सुलह से न्याय मिलने पर कायम होता सामाजिक सद्भाव : जिला जज
दरभंगा। सुलह के माध्यम से न्याय मिलने पर सामाजिक सद्भाव कायम होता है। इस प्रणाली से अदालतों क
दरभंगा। सुलह के माध्यम से न्याय मिलने पर सामाजिक सद्भाव कायम होता है। इस प्रणाली से अदालतों का बोझ कम किया जा सकता है। न्याय की परिकल्पना संगठित समाज के लिए की गई थी। सहमति से निष्पादन होने के कारण पक्षकारों के बीच की कटुता मिट जाती है। उक्त बातें शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत को संबोधित करते हुए प्रभारी जिला जज उदयवंत कुमार ने कही। डीएम राजीव रोशन ने कहा कि लोक अदालत लोकतंत्र की मजबूती का स्तंभ है। इस प्रक्रिया के तहत वादों के निष्पादन से सामाजिक समरसता कायम रहती है। विकास का मार्ग प्रशस्त होता है। परिवार अदालत के प्रधान न्यायाधीश हर्षित सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी के लोक कल्याणकारी राज्य की परिकल्पना को साकार करने का माध्यम लोक अदालत है। मौके पर एडीजे हमबीर सिंह बघेल, संजीव कुमार सिंह, विनयशंकर, प्रभातकृष्ण, संजय प्रिय, प्राधिकार के सचिव दीपक कुमार, सीजेएम मनोज कुमार, दीपक कुमार, एसडीजेएम करुणानिधि प्रसाद आर्य, नेहा निहारिका, काजिब कुमार, बार एसोसिएशन का अध्यक्ष रविशंकर प्रसाद महासचिव कृष्णकुमार मिश्रा,पीपी नसीरुद्दीन हैदर आदि ने लोगों को संबोधित किया। सबने हाथ में राष्ट्रीय ध्वज लेकर लोक अदालत की कार्यवाही प्रारंभ कराई।
पक्षकारों की सहूलियत के लिए अलग-अलग मामलों के निष्पादन के लिए कूल 11 खंडपीठ क्रियाशील रही। प्रत्येक खंडपीठ में एक न्यायिक पदाधिकारी, एक पैनल अधिवक्ता संबंधित विभाग के अधिकारी तथा संचालन में सहयोग के लिए न्यायालयकर्मी कार्यरत थे। अदालत में विभिन्न प्रकार के कुल 695 मामलों का निष्पादन किया गया। वहीं 3 करोड़, 65लाख,65 हजार,342 रुपये का सेटेलमेंट किया गया।
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बेनीपुर में 136 मामलों का हुआ निष्पादन : बेनीपुर, संवाद सहयोगी : बेनीपुर व्यवहार न्यायालय में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 136 मामलों का निष्पादन किया गया। इसमें 50 लाख रुपयों का समझौता शामिल रहा। अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम अमित आनंद ने बताया कि बेंच संख्या एक पर 10 आपराधिक मुकदमा, एक मापतौल, 15 एसबीआइ एवं 18 पंजाब नेशनल बैंक के मामले का निष्पादन किया। इसमें लगभग 28 हजार रुपये का समझौता हुआ। इस बेंच पर न्यायिक पदाधिकारी के रूप में स्वयं एसीजेएम श्री आनंद थे तथा मध्यस्थ अधिवक्ता राजनाथ यादव थे। दूसरे बेंच पर 14 आपराधिक वाद, एक विद्युत विभाग के मामले, एक बैंक आफ इंडिया के तथा 58 ग्रामीण बैंक के ऋण संबंधी मामलों को निपटाया गया। जिसमें लगभग 20 लाख का समझौता हुआ। इस बेंच पर न्यायिक पदाधिकारी एसीजेएम द्वितीय प्रणव कुमार भारती एवं मध्यस्थ अधिवक्ता मो. हैदर अली थे। वहीं तीसरे बेंच पर 6 आपराधिक वाद, 5 सेंट्रल बैंक एवं 7 दूरसंचार विभाग के टेलीफोन बिल बकाया संबंधी मामले का निपटारा हुआ। जिसमें लगभग 3 लाख रुपए का समझौता हुआ। इस बेंच पर न्यायिक पदाधिकारी एसडीजेएम प्रमोद रंजन एवं मध्यस्थ अधिवक्ता गजनफर अली खान थे। राष्ट्रीय लोक अदालत में सभी बैंकों एवं सरकारी विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे।
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बिरौल में 124 मामलों का हुआ निष्पादन : बिरौल, संवाद सहयोगी : स्थानीय व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत शिविर में विभिन्न तरह के 124 मामलों का निपटारा करते हुए 18 लाख 27 हजार 6 सौ पचास रुपयों का समझौता किया गया। लोक अदालत शिविर में तीन बेंच का गठन किया गया था। प्रथम बेंच पर एसीजेएम पंकज चंद्र वर्मा ने 58 मामले का निपटारा किया। दूसरे बेंच पर एसडीजेएम रंजन देव ने 51 मामले का निपटारा किया। तीसरे बेंच पर दिनेश मणि त्रिपाठी ने कुल 31 मामलों का निपटारा किया गया। मौके पंकज कुमार दिलीप राम रोशन सिंह सहित दर्जनों न्यायालय कर्मी मौजूद थे।
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