सरकारी स्कूल में श्राद्ध कर्म व शिक्षकों की अनुपस्थिति पर बिफरीं डीएम, कार्रवाई के निर्देश
शिक्षा के मंदिर में डीजे पर श्राद्ध कर्म और भोज
सरकारी स्कूल में श्राद्ध कर्म व शिक्षकों की अनुपस्थिति पर बिफरीं डीएम, कार्रवाई के निर्देश
संवाद सूत्र, पकरीबरावां (नवादा) : पकरीबरावां में शिक्षा के मंदिर में प्रतिबंधित कार्य होने पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की है। गुरुवार को पकरीबरावां प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, मेघीपुर में डीएम उदिता सिंह ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वहां का जो नजारा दिखा वह हैरान करने वाला था। स्कूल में साउंड बाजा के साथ स्थानीय ग्रामीणों द्वारा श्राद्ध कर्म चल रहा था। इस अव्यवस्था पर डीएम ने नाराजगी प्रगट की। दरअसल, डीएम उदिता सिंह कौआकोल प्रखंड में आयोजित जिला समन्वय समिति की बैठक में भाग लेने के लिए जा रही थीं। रास्ते में पकरीबरावां के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मेघीपुर से डीजे बजने की आवाज आ रही थी। इस बीच आवाज सुनकर डीएम रुकीं और विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में स्थानीय व्यक्ति का श्राद्ध कार्य एवं भोज चल रहा था। साथ ही बाजा भी बज रहा था, जिसे देख डीएम भड़क गईं।
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विद्यालय की उपस्थिति पंजी में कई शिक्षक रहे गैरहाजिर
डीएम ने विद्यालय की उपस्थिति पंजी की जांच की। इसमें विद्यालय के 09 शिक्षक में से 02 शिक्षक बिना सूचना के अनुपस्थित पाये गए। प्रधानाध्यापक राकेश कुमार भी नहीं थे। डीएम ने उपस्थिति पंजी को जब्त कर लिया । विद्यालय में श्राद्ध कार्य और बाजा के प्रयोग से बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा था, जिसे डीएम ने गंभीरता से लिया। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी बीरेंद्र कुमार को सख्त निर्देश दिया कि इस विद्यालय के कार्यकलापों की जांच कराएं। विद्यालय परिसर में श्राद्ध कर्म होने को लेकर दोषी पर कानूनी कार्रवाई करने को कहा।
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डीएम के निर्देश पर डीईओ ने दिखाई तत्परता, चार घंटे में मांगी रिपोर्ट
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने डीएम के निर्देश पर पीओ रौशन कुमार और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पकरीबरावां को 04 घंटे के अंदर जांच कर रिपोर्ट देने को कहा। जिला शिक्षा पदाधिकारी बिरेन्द्र कुमार ने बताया कि स्पष्टीकरण पूछते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक राकेश कुमार एवं अनुपस्थित दोनों शिक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई भी की जाएगी। इधर, डीएम ने स्पष्ट कहा कि विद्यार्थियों के पठन-पाठन पर किसी प्रकार की बाधा, रूकावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी शिक्षकों को निर्देश दिया कि विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम को जिम्मेदारी और ईमानदारी के साथ पढ़ाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही और अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।