Bengal Politics: वरिष्ठ आइएएस नंदिनी चक्रवर्ती बंगाल के राज्यपाल की प्रधान सचिव नियुक्त
राज्यपाल के प्रधान सचिव रहे सुनील कुमार गुप्ता नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के सचिव बनाए गए बंगाल के कार्यवाहक राज्यपाल एल गणेशन की प्रधान सचिव नियुक्त की गईं नंदिनी चक्रवर्ती की बात करें तो वह एक समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की करीबी अधिकारियों में शामिल रहीं हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की वरिष्ठ आइएएस अधिकारी नंदिनी चक्रवर्ती को राज्यपाल का नया प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है। इससे पहले सुनील कुमार गुप्ता राज्यपाल के प्रधान सचिव थे। गुप्ता को नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का सचिव बनाया गया है। उपराष्ट्रपति बनने से पहले धनखड़ ही बंगाल के राज्यपाल पद पर थे। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल पद पर रहते धनखड़ का ममता सरकार के साथ विभिन्न मुद्दों पर लगातार टकराव चल रहा था।
इधर, बंगाल के कार्यवाहक राज्यपाल एल गणेशन की प्रधान सचिव नियुक्त की गईं नंदिनी चक्रवर्ती की बात करें तो वह एक समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की करीबी अधिकारियों में शामिल रहीं हैं। 1994 बैच की वरिष्ठ आइएएस अधिकारी चक्रवर्ती राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में सचिव व अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं।
हालांकि बीच में ममता के साथ खटपट के चलते विभिन्न विभागों में उनका कई बार तबादला किया गया। हालांकि अब माना जा रहा है कि उन्हें राज्य सरकार और राजभवन के बीच सामंजस्य बनाए रखने के लिए राज्यपाल का प्रधान सचिव बनाया गया है। इससे पहले धनखड़ के राज्यपाल रहते कई मुद्दों पर राजभवन और राज्य सरकार के साथ टकराव चल रहा था। राज्य सचिवालय नवान्न सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार अब उस टकराव को दोहराना नहीं चाहती है। इसीलिए नंदिनी चक्रवर्ती जैसे अनुभवी अधिकारी को इस पद पर नियुक्त किया गया है।
नई नियुक्त होने से पहले चक्रवर्ती राज्य के गैर पारंपरिक व नवीकरणीय ऊर्जा विभाग की प्रधान सचिव थीं। यह जिम्मेदारी अब बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस सुरेश कुमार को अतिरिक्त प्रभार के रूप में दिया गया है।
बता दें कि बंगाल के राज्यपाल रहे जगदीप धनखड़ ने कुछ दिन पहले ही भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली है।इस बीच, राकेश अस्थाना का नाम बंगाल के अगले राज्यपाल के रूप में सामने आ रहा है। 1984 बैच के आइपीएस रहे अस्थाना हाल में दिल्ली पुलिस के आयुक्त पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। अस्थाना बीएसएफ के महानिदेशक से लेकर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के प्रमुख के रूप में भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
गुजरात कैडर के आइपीएस अधिकारी रहे अस्थाना सीबीआइ में भी काम कर चुके हैं।वह 2002 में गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में आग लगाने जैसी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं की जांच से जुड़े रहे हैं। इसके अलावा 1997 में सीबीआइ में रहते उन्होंने बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाले मामले में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को गिरफ्तार किया था। अस्थाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं।