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बिहार की महागठबंधन सरकार से सबसे धनवान मंत्री हैं समीर महासेठ, सबसे गरीब में है इनका नाम

Bihar Politics बिहार के नए उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ महागठबंधन सरकार के सबसे ज्‍यादा धनवान हैं। एडीआर और बिहार इलेक्‍शन वाच की रिपोर्ट के अनुसार उनकी संपत्ति 24 करोड़ से ज्‍यादा है। वहीं सबसे गरीब सबसे बड़े कर्जदार मंत्रियों का नाम भी बताया गया है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Thu, 18 Aug 2022 09:25 AM (IST)Updated: Thu, 18 Aug 2022 09:25 AM (IST)
बिहार की महागठबंधन सरकार से सबसे धनवान मंत्री हैं समीर महासेठ, सबसे गरीब में है इनका नाम
बिहार सरकार के मंत्री समीर महासेठ, ललित यादव एवं मुरारी गौतम। जागरण

पटना, राज्य ब्यूरो। एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्‍स (ADR) और बिहार इलेक्शन वाच (Bihar Election Watch) की ओर से  बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार के सबसे धनवान मधुबनी से राजद के विधायक और उद्योग मंत्री समीर महासेठ (Industries Minister Samir Mahaseth) हैं। समीर के पास कुल 24.45 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति घोषित की है।

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मुरारी गौतम के पास 17 लाख की संपत्ति

रिपोर्ट के अनुसार सबसे गरीब मंत्री पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम हैं। रोहतास जिले के चेनारी सीट से कांग्रेस के विधायक गौतम के पास महज 17.66 लाख रुपये की संपत्ति है। देनदारी के मामले में सबसे बड़े कर्जदार मंत्री दरभंगा ग्रामीण से जीते और पीएचईडी मंत्री ललित कुमार यादव हैं। ललित ने 2.35 करोड़ रुपये की देनदारी चुनाव आयोग को दिए शपथ पत्र में घोषित कर रखी है।

17 मंत्रियों की उम्र 30 से 50 के बीच 

शैक्षणिक योग्यता के मामले में कुल 33 में आठ मंत्री आठवीं से 12वीं पास हैं। 24 मंत्रियों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता स्नातक या इससे ज्यादा घोषित की है। अगर मंत्रियों की आयु की बात करें तो 17 मंत्री मंत्रियों ने अपनी आयु 30 से 50 वर्ष के बीच है। 15 मंत्रियों की आयु औसतन 51 से 75 वर्ष के बीच है। महिला प्रतिनिधित्व के मामले में नौ प्रतिशत हिस्सेदारी महिलाओं को मिली है। नीतीश सरकार के 32 में तीन मंत्री महिला हैं। 

उद्योग विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन की गति बढ़ाने की जरूरत : समीर महासेठ

उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने बुधवार को विभाग का कामकाज संभालने के बाद अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बाद में पत्रकारों से कहा कि उद्योग विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन की गति को बढ़ाने की आवश्यकता है। पूरे प्रदेश में नए-नए उद्योग लगाकर हम रोजगार का सृजन करेंगे। उद्योग मंत्री ने कहा कि हमारी पूरी कोशिश होगी कि बिहार के प्रोडक्ट पूरे देश में दिखें। कुटीर उद्योगों के साथ-साथ बड़े उद्योगों का भी विकास हो। हर माह एक हजार उद्योग लगे इस लक्ष्य पर हम काम आगे बढ़ाएंगे। उद्योग विभाग के अधिकारी पंकज कुमार, संजीव कुमार, विवेक मैत्रेय, आलोक कुमार तथा दिलीप कुमार ने उद्योग मंत्री का विभाग में पहुंचने पर स्वागत किया। 

समीक्षा बैठक में उद्योग मंत्री ने यह निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ अधिक से अधिक लाभुकों तक पहुंचाया जाए। बिहार में निवेश को इच्छुक उद्यमियों ङ्क्षसगल ङ्क्षवडो सिस्टम के माध्यम से हर प्रकार की सुविधा दी जाए। उन्होंने कहा कि वह स्वयं जाकर नए उद्यमियों को बिहार में निवेश के लिए आमंत्रित करेंगे। विभाग के अधिकारियों ने उद्योग मंत्री को विभाग की नयी नीतियों व उद्यमियों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। 


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