Pulwama Terror Attack: घर आने की राह देख रहा था परिवार पर आई शहादत की खबर
जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में पति के शहीद होने की खबर मिलते पत्नी बेसुध हो गई।
कानपुर, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों में श्याम बाबू का नाम रात में टीवी पर सुनते ही परिवार सदमे में आ गया। उनकी मौत की जानकारी होते ही पत्नी बेसुध हो गई और परिजनों में कोहराम मच गया। परिजन उनके घर आने की राह देख रहे थे लेकिन उनकी शहादत की खबर आने से पिता व भाई बदहवास हो गए। जानकारी पर घर के बाहर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।
कानपुर देहात के डेरापुर तहसील के रैगवां नोनारी बुजुर्ग के श्याम बाबू सीआरपीएफ की 115वीं बटालियन में तैनात थे। आठ साल पहले उनकी तैनाती हुई थी। परिजनों ने बताया कि श्यामबाबू को सेना में नौकरी के लिए पढ़ाने व अन्य खर्चों के लिए पिता रामप्रसाद में दस बिस्वा खेत बेच दिए थे।
छोटा भाई कमलेश प्राइवेट नौकरी करता है और घर की माली हालत अच्छी नहीं है। पांच साल पहले श्याम बाबू की शादी हुई थी, उसे चार साल का एक बेटा है। परिजनों को देर रात शहीद होने सूचना फोन पर मिली। पति की शहादत पर पत्नी रूबी बेसुध हो गईं। छोटे भाई कमलेश ने टीवी पर खबर देखी तो सदमे चला गया। पिता रामप्रसाद भी बेसुध हो गए।
छुट्टी लेकर जल्द गांव आने वाले थे श्याम बाबू
रामप्रसाद ने बताया कि बेटे से दो दिन पहले फोन पर बात हुई थी तो उसने छुट्टी लेकर जल्द गांव आने की बात कही थी। घर पर सब उनके आने की राह देख रहे थे, मगर गुरुवार को आतंकी हमले में उनके शहीद होने की खबर आई।