Pulwama terror attack: हावड़ा के शहीद जवान बबलू सांतरा के घर पर अब बूढ़ी मां, पत्नी व 4 साल की बच्ची हीं है
Pulwama terror attack शहीद के परिवार में बूढ़ी मां पत्नी व एक चार साल की बेटी है। तीन बहन और दो भाइयों में एक बबलू सांतरा गरीबी से संघर्ष के बूते यहां तक पहुंचे थे।
हावड़ा, जेएनएन। जे एंड के, के पुलवामा जिले में गुरूवार को हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों में एक, जवान बबलू सांतरा (39), ग्रामीण हावड़ा के बाउडिया स्थित चक काशी गांव के रहने वाले थे। वह सीआरपीएफ के 35 नंबर बटालियन के जवान थे। घटना ने परिवार समेत पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
शहीद के परिवार में बूढ़ी मां, पत्नी व एक चार साल की बेटी है। तीन बहन और दो भाइयों में एक बबलू सांतरा गरीबी से संघर्ष के बूते यहां तक पहुंचे थे। दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। हाल में उन्होंने अपना नया घर बनवाया था। बाबला पूरे इलाके में एक बेहतरीन वाली बाल प्लेयर के रूर में जाने जाते थे। वह काफी समय तक जंगलमहल में भी तैनात रहे हैं। बेहद शांत व शालीन स्वभाव के रूप में परिचित थे। सीआरपीएफ में नौकरी मिलने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग जे एंड के में हुई थी। जीवन का अंत भी उसी कश्मीर में ही हुआ। अब तक परिवार को इस घटना की आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
फोन पर पत्नी को कहा था कश्मीर पहुंच करेंगे फोन, लेकिन.....
गुरुवार को जम्मू से कश्मीर जाने के क्रम में पत्नी मीता से बबलू सांतरा की फोन पर बात हुई थी। कहा था कश्मीर पहुंचकर फोन करेंगे। फोन तो आया पर पति का नहीं बल्कि उनके सहकर्मी का, जिसने दुःखद घटना की जानकारी दी।
बता दें कि छह माह के बाद बाबला सेवानिवृत्त होने वाले थे। सेवानिवृत्ति के बाद घर पर कोई व्यवसाय शुरू कर आगे का जीवन गुजर-बसर करने को सोच रखा था। हालांकि बबलू सांतरा के इस सोच को नफरत की आग ने जलाकर राख कर दिया।