करसोग में नई ट्रैफिक व्यवस्था लागू: बस स्टैंड से बरल के बीच बाजार में नहीं रुकेगी बसें, लापरवाही बरती तो चालक और परिचालक को भुगतना पड़ेगा चालान
करसोग बाजार में जाम की समस्या से निपटने के लिए नई ट्रैफिक व्यवस्था लागू हो गई है। करसोग से मेंहडी कामाक्षा व कुफरीधार रूट पर जाने वाली बसें बाजार में नही रोकी जाएंगी सवारियों को उतरने और चढ़ाने के लिए सभी बसें बस स्टैंड व बरल में ही रुकेंगी।
करसोग, संवाद सहयोगी। करसोग बाजार में जाम की समस्या से निपटने के लिए नई ट्रैफिक व्यवस्था लागू हो गई है। यहां करसोग से मेंहडी, कामाक्षा व कुफरीधार रूट पर आने और जाने वाली बसें अब बाजार में नही रोकी जाएंगी। उक्त रूटों पर सवारियों को उतरने और चढ़ाने के लिए सभी बसें बस स्टैंड व बरल में ही रुकेंगी। इसके बाद अब अगर नियमों की अवहेलना होती है और बाजार में सवारियां उतारने व चढ़ाने पर बस का चालान कटता है तो इसे चालक और परिचालक को जेब से भुगतना पड़ेगा। परिवहन निगम इसके लिए जिम्मेवार नही होगा। इस बारे में क्षेत्रीय प्रबंधक ने आदेश जारी कर दिए हैं। जो तुरंत प्रभाव से लागू हो गए हैं। बता दें कि लगातार बढ़ रहे ट्रैफिक दवाब की वजह से बाजार में लोगों को रोजाना जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है। करसोग बस स्टैंड से बरल तक बाजार में सड़क के दोनों और दुकानें खुल गई हैं। जिस कारण बड़ी संख्या में लोग बाजार में खरीददारी करने के लिए आते हैं। इसके अतिरिक्त तहसील मुख्यालय होने के साथ सिविल अस्पताल सहित यहां सभी डिवीजन कार्यालय हैं। ऐसे में बाजार में ट्रैफिक का काफी अधिक दवाब रहता है। जिसको देखते हुए प्रशासन ने नई ट्रैफिक व्यवस्था को लागू करने का निर्णय लिया हैं।
क्षेत्रीय प्रबंधक पीयूष शर्मा का कहना है कि प्रशासन से बस स्टैंड से बरल के बीच पड़ने वाले बाजार में बसें नहीं रोकने के आदेश प्राप्त हुए हैं। ऐसे में आदेशों की अनुपालना करते हुए चालकों और परिचालकों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि बाजार में रोजाना ट्रैफिक जाम लगने से आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में जनहित को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक को बाजार में बसें नहीं रोकने के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आदेशों की अवहेलना होने पर बसों का चालान काटा जाएगा।