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जवाली घारजरोट में सड़क सुविधा से वंचित लोग परेशान, सांकेतिक भूख हड़ताल की

जिला कांगड़ा के जवाली विधानसभा के घारजरोट गांव के लोग आज भी सड़क से वंचित हैं। जिसके लिए स्थानीय लोग सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठ गए। अगर समस्या का समाधान नहीं होता है तो अगले माह अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।

By Richa RanaEdited By: Published: Tue, 16 Aug 2022 11:11 AM (IST)Updated: Tue, 16 Aug 2022 11:11 AM (IST)
जवाली घारजरोट में सड़क सुविधा से वंचित लोग परेशान, सांकेतिक भूख हड़ताल की
जवाली विधानसभा के घारजरोट गांव के लोग आज भी सड़क से वंचित हैं।

जवाली, संवाद सूत्र। जिला कांगड़ा के जवाली विधानसभा के घारजरोट गांव के लोग आज भी सड़क से वंचित हैं। जिसके लिए स्थानीय लोग सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठ गए। अगर समस्या का समाधान नहीं होता है तो अगले माह अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। लोगों का कहना है कि यहां के लोग अपनी बेशकीमती जमीन पौंग डैम में गवां चुके हैं तो वही रेलवे विभाग के कांगड़ा घाटी से जोगिंद्रनगर तक बनी रेलवे लाइन में अपनी बेशकीमती जमीन गवां चुके हैं। जिन्हें आज सरकार द्वारा व रेलवे विभाग द्वारा कोई भी सुविधा नहीं मिली है। जिसके लिए वे आज खून के आंसू रो रहे हैं तथा देश के 75 वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर भी आज अपने आप को गुलाम महसूस कर रहे हैं। स्थानीय रामेश्वर ठाकुर का कहना है कि उनके गांव घारजरोट के साथ रेलवे ओवर ब्रिज जो कि एक पैदल चलने लायक रेलवे विभाग द्वारा काफी समय से बनाया गया था आज वह ओवर ब्रिज बहुत ही पुराना होने की वजह से जर्जर हो चुका है। जिसके कुछ हिस्से में गड्ढे पड़ गए हैं जो कि स्थानीय लोगों द्वारा पहले भी मरम्मत करवाने के बाद फिर से गड्डे पड़ गए हैं।

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जब कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाता है तो उसे अस्पताल ले जाने जाने के लिए पालकी में डालकर पैदल मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है। जिसके लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इस 12 हजार आबादी के परिवारों की बच्चे भी स्कूल में पढ़ने के लिए इसी रास्ते से गुजरते हैं। जिनकी किसी भी अनहोनी दुर्घटना होने आशंका बन हुई है। रमेश्वर ठाकुर स्थानीय ने बताया कि यह समस्या लगभग 45 वर्ष से 12 हजार आबादी के लोगों को आ रही है। जिसे सरकार ने आज तक कोई भी सुविधा नहीं दी है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नगरोटा सूरियां में 15 मार्च 2021 को एक कार्यक्रम में आगमन पर घोषणा कर इस समस्या को हल करने का आश्वासन दिया था तो वही 10 मई 2022 को कोटला में आगमन पर उनके इस विषय की फाइल विधायक अर्जुन सिंह के माध्यम से देने पर आश्वासन दिया था। जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया जिसको देखते हुए यहां के वाशिंदे दुखी होकर सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। सरकार को इस विषय को गंभीरता से लेते हुए आग्रह किया कि उनके इस मार्ग को ओवर ब्रिज एंबुलेंस मार्ग बनाया जाए ताकि स्थानीय लोगों को यह सुविधाएं प्राप्त हो सके। कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री से भी संपर्क किया है, जिन्होंने समस्या के जल्द समाधान का आश्वासन दिया है।

कोई कदम नहीं उठाया तो सितंबर माह

यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर सरकार ने इस समस्या को गंभीरता से नहीं लिया तो वह सितंबर से अनिश्चितकाल भूख हड़ताल जारी रखेंगे तथा आने वाले विधानसभा चुनावों में चुनावों का बहिष्कार करेंगे

क्रमिक अनशन में यह रहे मौजूद

इस मौके पर रमेश्वर ठाकुर, जितेंद्र सिंह, राजकुमार पुरिया, अंकू पुरिया, जनक सिंह ठाकुर, गोरख सिंह, प्रकाश चंद, जगदीश सिंह, कुलदीप सिंह, बलवान सिंह सुरेश कुमार, राजेश सिंह, वकील सिंह, पवन कुमार नेगी, सेवा देवी माया देवी कांता देवी, शांति देवी, अंजना देवी, दर्शना पुरिया, जोगिंदरो देवी आदि काफी संख्या में मौजूद रहे।


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