पुरानी पेंशन बहाली व भत्ते बढ़ाने की मांग को लेकर पटवार यूनियन का दो घंटे प्रदर्शन
लंबित मांगों को लेकर वीरवार दी रेवेन्यू पटवार यूनियन जिला लुधियाना की तरफ से दो घंटे सरकार के खिलाफ धरना दिया गया।
जागरण संवाददाता. लुधियाना: लंबित मांगों को लेकर वीरवार दी रेवेन्यू पटवार यूनियन जिला लुधियाना की तरफ से दो घंटे सरकार के खिलाफ धरना दिया गया। यूनियन नेताओं ने कहा कि अगर सरकार ने 25 अगस्त तक उनकी मांगों के संबंध में कोई फैसला नहीं लिया, तो वह 26 अगस्त को दोबारा सरकार के खिलाफ धरना देंगे। इस दिन अगले संघर्ष की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
कानूगो एसोसिएशन प्रधान गुरमेल सिंह व पटवार यूनियन जिला प्रधान वरिदर कुमार ने कहा कि पंजाब सरकार ने 1056 पटवारियों के पदों को खत्म कर दिया है, जोकि हमारे युवाओं को रोजगार पर सीधे तौर पर हमला है। साल 1996 से जूनियर व सीनियर पटवारी के वेतन में बहुत बड़ा अंतर है, जिसे खत्म करने के लिए कई बार सरकार को चेताया जा चुका है, लेकिन कोई हल नहीं निकाला गया है। सरकार पटवारियों को दफ्तर किराये के तौर पर 140 रुपये, स्टेशनरी भत्ता 200 रुपये और बस्ता भत्ते के तौर पर 200 रुपये दिए जाते है, जोकि पटवारियों के साथ एक भद्दा मजाक है। उनकी मांग रही है कि एक जनवरी 2004 से पहले भर्ती पटवारियों को पेंशन दी जाए, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया है। यही नहीं पटवार खानों में बिजली, पानी, चौकीदार, सफाई मुलाजिम और बाथरूम संबंधी सरकार ने एक पत्र साल 2021 में जारी किया था, जिसे आज तक लागू नहीं किया गया है। इन मांगों को लेकर यूनियन की तरफ से धरना दिया गया है। इस मौके पर तहसील प्रधान अनिल मलिक, गुरमेल सिंह, इकबाल सिंह, नरिदर सिंह, निर्मल सिंह, सुखविदंर सिंह, नरिदर पाल, जसविदर सिंह, वरिदर पाल सहित कई लोग मौजूद थे।