बिहार में शहीद की मां के रास्ते में बिछा दी हथेलियां, बेटे की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद फूट-फूटकर रो पड़ी
Independence Day 2022 शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले... वैशाली के चकफतेह गांव में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ऐसी ही तस्वीर दिखी। यहां गलवान घाटी के शहीद जयकिशोर सिंह की मां के रास्ते में युवाओं ने हथेलियां बिछा दीं।
हाजीपुर, जागरण संवाददाता। दो साल पूर्व चीनी सेना से भिड़ंत के दौरान गलवान घाटी (Galwan Valley) में शहीद वैशाली जिले के चकफतेह गांव निवासी जयकिशोर सिंह की प्रतिमा पर उनकी मां ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पुष्पांजलि की। बेटे की प्रतिमा पर पुष्पांजलि के बाद वे इससे लिपटकर फूट-फूटकर रोने लगीं। इससे पहले शहीद की प्रतिमा तक पहुंचने के लिए आ रहीं मां के रास्ते में युवाओं ने हथेलिया बिछा दीं।
(शहीद जयकिशोर की प्रतिमा से लिपटकर रोतीं मां मंजू देवी।)
बेटे की प्रतिमा पर पुष्पांजलि के बाद बिलख पड़ीं मां
दरअसल 15 अगस्त के मद्देनजर हर घर तिरंगा अभियान को लेकर कई गांवों के युवा शहीद के घर तिरंगा देने आए थे। उसी दौरान घर के पास स्थित शहीद के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। युवाओं के जज्बे को देख शहीद जय किशोर सिंह की मां मंजू देवी को रहा न गया। वे भी पुष्पांजलि अर्पित करने चली आईं। उन्हें देखकर देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत युवाओं ने अपनी-अपनी हथेलियां बिछा दी। हथेलियों पर चलाकर वीर शहीद की मां को वे शहीद स्मारक तक ले गए। इस दौरान देशभक्ति गाने की गूंज के साथ गगनभेदी नारे लगते रहे। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच अपने लाडले की प्रतिमा तक मंजू देवी पहुंचीं। पुष्पांजलि अर्पित की। लेकिन इसके बाद उनका धैर्य जवाब दे गया। वे प्रतिमा से लिपटकर फूट-फूटकर रोने लगीं। यह देख वहां मौजूद हर एक की आंखें नम हो गईं।
बेटे के प्रति सम्मान देख फख्र से ऊंचा हुआ सिर
इस अवसर पर मंजू देवी ने कहा कि उनके बेटे की शहादत बेकार नहीं गई है। आज जिस तरह से सम्मान मिल रहा है उससे उनका सिर फख्र से ऊंचा हो गया है। दरअसल वीरता पदक से सम्मानित रिटायर्ड डीएसपी बीके सिंह की ओर से महनार के दर्जनों गांवों में झंडा वितरण का कर्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसी क्रम में शहीद की मां के घर भी युवा पहुंचे थे। तब पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।