लंपी स्किन डिजीज वायरस से एक गाय की मौत, कई बीमार
लंपी स्किन डिजीज ने पशुपालकों की नींद उड़ा दी है। इस बीमारी के कारण उनके पशु बीमार हो रहे हैं। पशुओं में लंपी बीमारी के लक्षण नजर आने से पशुपालकों के माथे पर चिता की लकीरें बढ़ गई हैं। इस बीमारी के चलते पशु पालकों ने जिला प्रशासन से पशुओं का इलाज शुरू करने की मांग की है ताकि समय रहते गाय का इलाज हो सके।
संवाद सहयोगी, सीवन : लंपी स्किन डिजीज ने पशुपालकों की नींद उड़ा दी है। इस बीमारी के कारण उनके पशु बीमार हो रहे हैं। पशुओं में लंपी बीमारी के लक्षण नजर आने से पशुपालकों के माथे पर चिता की लकीरें बढ़ गई हैं। इस बीमारी के चलते पशु पालकों ने जिला प्रशासन से पशुओं का इलाज शुरू करने की मांग की है, ताकि समय रहते गाय का इलाज हो सके।
क्षेत्र के बड़े पशुपालक बलविंद्र सिंह फिरोजपुर ने बताया कि उसकी डेयरी में बहुत से पशु हैं। बीमारी के कारण उन्हें अपने पशुओं की बहुत चिता हो रही है। उनकी तीन गायों को लंपी स्किन डिजीज ने घेर लिया, जिनमें से एक की मौत हो चुकी है। दो गायों को उन्होंने बाकी पशुओं से अलग बांधा हुआ है। उन्होंने बताया कि बीमारी से बचाव के लिए वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं। पशुओं को देसी दवाई भी दी जा रही है और इसके साथ साथ होम्योपैथी दवाई भी आरंभ की गई है। बलविंद्र सिंह ने बताया कि उनकी दो गायों के शरीर पर इस बीमारी के लक्षण साफ नजर आ रहे हैं। एक गाय के शरीर पर बड़ी बड़ी गांठें बन गई हैं और बीमार गायों को बुखार भी है। दोनों गायों में कमजोरी आ गई है। उन्होंने बताया कि यह जो बीमारी है वह अधिकतर उन पशुओं में आती है जो दुधारू नहीं हैं। जो पशु दुधारू हैं उनमें यह बीमारी देखने को नहीं मिली है। इसी तरह से अन्य गांव में भी यह बीमारी तेजी से फैल रही है। इस बीमारी से बचाव को लेकर प्रशासन को गांव-गांव में चिकित्सकों की टीम भेजनी चाहिए, वहीं गोशालाओं का भी दौरा करना चाहिए, ताकि बीमार गाय का इलाज हो सके।