सेल्फी का शौकीन बंदर बनेगा पेटा का पर्सन ऑफ द ईयर?
ये बंदर था खास क्योंकि इंसानों की तरह था सेल्फी का दीवाना, फिर आया चर्चा में क्योंकि जीत सकता है ऐसा ईनाम जो इंसानों के लिए भी होता है खास।
पर्सन ऑफ द ईयर बनने की तैयारी
किसी भी साल की खास शख्शियत होना महत्वपूर्ण बात होती है। हर इंसान चाहता है कि वो कुछ ऐसा कर दिखाये कि उसे इस तरह की अहमियत मिल जाये। अब इस साल 2017 में इंसानों के बीच पर्सन ऑफ द ईयर कौन बनेगा ये तो पता नहीं, लेकिन पेटा की लिस्ट में मौजूद है एक खास बंदर। ये बंदर सबसे पहले अपने सेल्फी लेने के क्रेज के चलते चर्चा में आया था। अब एक बार फिर छह साल पहले इंडोनेशिया का सेल्फी लेने वाला बंदर लोगों के सामने आ गया है। पशु अधिकार समूह पेटा ने उसे 'पर्सन ऑफ द ईयर' के लिए नामित किया है।
अदालत में लड़ी लड़ाई
नरुटो नाम के मकाऊ प्रजाति के इस बंदर की क्लिक की गई सेल्फी के कॉपीराइट को लेकर उपजा विवाद कोर्ट तक भी पहुंचा था। पशु अधिकार संगठन पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनीमल्स (पेटा) ने कहा है कि वह 'नरुटो' को यह मान्यता देने के लिए नामित कर रहा है क्योंकि वह कोई चीज नहीं बल्कि हस्ती है। 2011 में ब्रिटिश वन्यजीव फोटोग्राफर डेविड जे स्लाटर के कैमरे का बटन दबाकर इस बंदर ने एक सेल्फी ली थी। स्लाटर ने यह सेल्फी अपनी कंपनी वाइल्ड लाइफ पर्सनेलटीज के कलेक्शन में छाप दी और इसके बाद कॉपीराइट का दावा किया था। इसे चुनौती देने के लिए पेटा ने कोर्ट में मुकदमा दायर कर नरुटो को सेल्फी का मालिकाना हक देने की मांग की थी।
पेटा से संरक्षण का समझौता
इसके बाद 2016 जनवरी में सैन फ्रांसिस्को के फेडरल कोर्ट ने बंदर को सेल्फी का मालिकाना हक देने से इन्कार कर दिया था। पेटा ने इसे ऊपरी अदालत में चुनौती दी। हालांकि इस मामले में कोर्ट का फैसला आने से पहले ही समझौता कर लिया गया था। स्लाटर इस बात पर सहमत हो गए कि सेल्फी से होने वाली आमदनी का 25 फीसद हिस्सा इंडोनेशिया में इस प्रजाति के बंदरों के संरक्षण के लिए दान करेंगे।