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एंटी करप्‍शन वालों से बचने के लिए पशुचिकित्सक ने घूस का पैसा निगल लिया

एक पशुचिकित्‍सक ने जब देखा की भ्रष्‍टाचार निरोधक दल उसे घूस के आरोप में गिरफ्तार कर सकते हैं तो वो 2000 रूपये के नोट को निगल गया।

By Molly SethEdited By: Published: Sat, 17 Mar 2018 04:49 PM (IST)Updated: Mon, 19 Mar 2018 01:59 PM (IST)
एंटी करप्‍शन वालों से बचने के लिए पशुचिकित्सक ने घूस का पैसा निगल लिया
एंटी करप्‍शन वालों से बचने के लिए पशुचिकित्सक ने घूस का पैसा निगल लिया

अनोखा मामला 

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हाल ही में गुजरात पाटन जिले में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। पता चला है कि भ्रष्‍टाचार निरोधी दल यानि एसीबी ने एक पूर्व नियोजित योजना के तहत यहां पर एक पशुचिकित्सक को पकड़ने की योजना बनाई। इसके तहत उन्‍होंने एक नंबर लिखा 2000 का नोट इस्‍तेमाल किया। अब जब वे डॉक्‍टर को गिरफ्तार करने ही वाले थे तभी उसने नोट को पानी के साथ निगल लिया। हैरान एसीबी की टीम पहले तो स्‍तब्‍ध रह गई और फिर फौरन अस्‍पताल ले जाया गया। 

बचने के लिए होती है अजीब कोशिशें

वैसे एसीबी का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि किसी अपराधी ने अपने बचाव में कोई हरकत की हो लेकिन ये किस्‍सा अपने में कुछ हट कर ही है। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि घूस केस की एक शिकायत के अनुसार, एक स्‍थानीय पशु चिकित्‍सक ने दो हजार रुपये की मांग की थी और उसने वो रिश्‍वत स्वीकार भी कर ली थी। यह सब कुछ एसीबी के बिछाए एक जाल के तहत ही हो रहा था, लेकिन जैसे ही डॉक्टर को अहसास हुआ कि वह अब फंस चुका है तो उसने 2 हजार की नोट को निवाला बना लिया और पानी पी कर उसके साथ निगल गया। इसके बाद एसीबी की टीम उसे अस्पताल लेकर गई ताकि नोट बाहर निकाला जा सके। पता चला है देर रात तक कोशिशे जारी रहने की वजह से मामला अगले दिन तक भी दर्ज नहीं हो सका था। एसीबी का कहना है निगला गया रिश्वत की नोट का भ्रष्टाचार मामले में महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि चिकित्‍सक ने जो नोट स्वीकार की थी उसका नंबर उनके पास रजिस्टर्ड है। 


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