इस सबसे बड़े हिमखंड के टूटने का नजारा देख कर डर जायेंगे
अंटार्टिका में लंदन शहर से चार गुना बड़े आकार का 623 फुट मोटा हिमखंड टूटकर समंदर में बह गया। इस मंजर का वीडियो जिसने भी देखा, वो डर गया।
ग्लोबल वार्मिंग का खतरनाक
ग्लोबल वॉर्मिंग के खराब प्रभाव के कारण भूकंप से भी बड़ी तबाही जैसे नजारा पेश करते विशालकाय आइसबर्ग के टूटने के परिणाम खतरनाक हो सकते हैं। इस टूटन के बाद के वीडियो ने दुनिया को चौंका दिया है। नासा समेत ब्रिटिश अंटार्टिंक सर्वे ने धरती की इस घटना का वीडियो जारी किया है। हालाकि यह घटना साल 2017 की गर्मियों में हुई थी, लेकिन इसका एनालिसेस वीडियो अब जारी किया गया है। अंटार्टिका में लारसन-सी आईसीई सेल्फ से अब तक का सबसे बड़ा हिमखंड टूटकर बिखर गया है। इसका आकार अमेरिकी राज्य डेलवेयर के बराबर है। यानि कि इस आइसबर्ग में 10 मेड्रिड शहर समा सकते हैं। 6000 वर्ग किलोमीटर आकार और करीब 623 फीट मोटाई वाला हिमखंड ए-68 टूटने से अंटार्टिका का पूरा नक्शा ही बदल गया है। इस आइसबर्ग का सिर्फ 100 फीट हिस्सा ही पानी के बाहर दिखाई देता था, बाकी पानी के भीतर डूबा था। कैमरे पर रिकॉर्ड किया गया यह दुनिया की पहली इतनी बड़ी हिमखंड टूटन की घटना है। इसके टूटने से अंटार्टिका के करीब 6 हजार वर्ग किमी क्षेत्र के बर्फीले पानी पर 1 लाख 20 हजार सालों में पहली बार धूप पड़ रही है, क्योंकि इससे पहले वो बर्फ की मोटी सतह से पूरी तरह ढका हुआ था।
वैज्ञानिक उत्साहित
बेशक ये ग्लोबल वार्मिंग का कुप्रभाव है और जिससे चिंतित होना आवश्यक है। इसलिए इतने विशालकाय हिमखंड के टूटने के बाद से एक तरफ तो वैज्ञानिक और पर्यावरणविद चिंता में हैं, लेकिन दूसरी ओर ब्रिटिश अंटार्टिंक सर्वे के वैज्ञानिक इस बात से काफी उत्साहित हैं कि 21 फरवरी से शुरु हो रहे उनके मिशन के दौरान उन्हें बहुत कुछ नया देखने का मौका मिलेगा, जो अब तक किसी को नहीं मिला। करीब सवा लाख सालों से जो बर्फ जैसे पानी में हिमखंड के नीचे छिपा था, अब वैज्ञानिकों को पहली बार उस पानी में जाने का मौका मिलेगा। हो सकता है कि माइनस 9 डिग्री तापमान वाले इस पानी में वैज्ञानिकों को ऐसे अनोखे जीव जंतु देखने को मिलें, जो अब तक दुनिया में किसी ने न देखे हों।