Move to Jagran APP

मिलिए गाना गाने वाली व्हेल से, वैज्ञानिक भी हैं दंग

क्या आप जानते हैं कि उत्तरी ध्रुव के समंदर में रहने वाली व्हेल मछलियां गाती हैं। उनके 100 से ज्यादा मधुर गाने रिकॉर्ड हुए हैं। इनका ये कमाल वैज्ञानिकों को भी अचंभित कर रहा है।

By Molly SethEdited By: Published: Mon, 09 Apr 2018 01:23 PM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 12:17 PM (IST)
मिलिए गाना गाने वाली व्हेल से, वैज्ञानिक भी हैं दंग
मिलिए गाना गाने वाली व्हेल से, वैज्ञानिक भी हैं दंग

आपस में खूब बतियाती भी हैं

prime article banner

वैज्ञानिकों के मुताबिक उत्तरी ध्रुवीय इलाके जैसे ग्रीनलैंड आदि के आसपास के समंदर में रहने वाली धनुषाकार सिर वाली व्‍हेल्‍स मछलियां समंदर में रहने वाली बाकी दूसरे जीवों के मुकाबले सबसे ज्‍यादा समय यानि करीब 200 साल तक जिंदा रहती हैं। ये मछलियां सभी समुद्री जीवों में सबसे ज्‍यादा सामाजिक होती हैं, तभी तो ये आपस में खूब बतियाती हैं। वैज्ञानिकों ने 2010 से लेकर 2014 तक समंदर में माइक्रोफोन लगाकर बकायदा इन मछलियों की तमाम आवाजें रिकार्ड की हैं। इस रिकॉर्डिंग के दौरान ही वैज्ञानिकों ने जाना कि ये मछलियां तो सिर्फ बातें ही नहीं करतीं, बल्कि तरह तरह के गाने भी गाती हैं।

रिकॉर्ड हुए 100 से ज्‍यादा गाने

साल 2010 से लेकर 2014 के बीच वैज्ञानिकों के एक दल ने ग्रीनलैंड के आसपास के समुद्री इलाके में करीब 300 बोहेड व्‍हेल मछलियों पर रिसर्च की। इस दौरान अंडरवॉटर माइक्रोफोन के द्वारा मछलियों की आवाजें भी रिकॉर्ड की गईं। पहले तो वैज्ञानिक सोच रहे थे, ये सिर्फ आपस में बातें कर रही हैं, लेकिन जैसे जैसे मछलियों की आवाजों का संग्रह बढ़ता गया, समझ आया कि ये मछलियों की बातचीत नहीं बल्कि उनकी गायकी की आवाजें हैं। वैज्ञानिकों ने नोटिस किया कि व्‍हेल की इन आवाजों में गायकी जैसे उतार चढ़ाव बहुत जबरदस्‍त के सुर हैं। समंदर में मछलियों की आवाजों की रिकॉर्डिंग के दौरान वैज्ञानिकों ने कुल 184 गाने रिकॉर्ड किए, जो अपने आप में नायाब खोज है।

कभी शास्‍त्रीय तो कभी जैज, नर व्‍हेल गाते हैं मादा के लिए

जर्नल बायोलॉजी में छपी रिसर्च के मुताबिक समंदर के भीतर ज्‍यादातर नर व्‍हेल ही ये गाने गाते हैं। कभी अपने नर साथियों को आवाज लगाने के लिए तो कभी मादा व्‍हेल को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए। गानों का ये संगीत बंसत से लेकर हल्‍की गर्मियों तक के मौसम में समंदर के भीतर हमेशा ही सुनाई देता है। इनमें से कुछ मछलियां गाती हैं शास्‍त्रीय तो कुछ गाती हैं जैज स्‍टाइल में। वॉशिंगटन यूनीवर्सिटी के ओशीनोग्राफर केट स्‍टैफोर्ड इस बारे में बताते हैं कि 12 से 16 मीटर आकार वाली हंपबैक व्‍हेल मछलियां समंदर के भीतर क्‍लासिकल म्‍यूजिक गाती हैं, वहीं उनसे कड़ी अधिक बड़ी यानि 18 मीटर तक आकार वाली बोहेड व्‍हेल जैज म्‍यूजिक गुनगुनाती हैं। कहने का मतलब यह है कि हंपबैक व्‍हेल एक सधी हुई लय में अपने बनाए नियमों के तहत गाना गाती हैं, लेकिन बोहेड व्‍हेल के लिए गुनगुनाने का कोई तय नियम नहीं है। तभी तो उनके द्वारा गाए गए गाने वेस्‍टर्न जैज म्‍यूजिक के तरह काफी मस्‍ती भरे होते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.