Move to Jagran APP

संतान पैदा करने के लिए प्रतिबंधित ब्राजीली द्वीप में 12 साल बाद जन्‍मा पहला बच्‍चा

ब्राजील में एक द्वीप है फ़ेर्नांदो डि नोरोन्या यहां 12 साल से किसी बच्‍चे का जन्‍म नहीं हुआ, पर बीते सप्‍ताह एक बच्‍ची के जन्‍म के साथ ये परंपरा टूट गई।

By Molly SethEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 12:33 PM (IST)Updated: Wed, 23 May 2018 09:00 AM (IST)
संतान पैदा करने के लिए प्रतिबंधित ब्राजीली द्वीप में 12 साल बाद जन्‍मा पहला बच्‍चा
संतान पैदा करने के लिए प्रतिबंधित ब्राजीली द्वीप में 12 साल बाद जन्‍मा पहला बच्‍चा

संतान उत्‍पति पर है प्रतिबंध

loksabha election banner

ब्राज़ील के एक द्वीप फ़ेर्नांदो डि नोरोन्या में 12 साल बाद किसी बच्चे का जन्म हुआ है। बताते हैं कि इस द्वीप पर बच्चों को जन्म देने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। ऐसा इसलिए है क्‍योंकि यहां के अस्पताल में मैटरनिटी वॉर्ड नहीं है। प्रसूति विभाग के ना होने के चलते गांव की गर्भवती महिलाओं को बच्चे को जन्म देने के लिए मुख्य भू भाग के किसी अस्‍पताल में भेजना पड़ता है। इसका मतलब ये है कि ब्राज़ील के नताल शहर से करीब 370 किलोमीटर दूर फ़ेर्नांदो डि नोरोन्या द्वीप जिस पर लगभग तीन हज़ार लोग रहते हैं, में गर्भ धारण करना गैरकानूनी नहीं है बस आप संतान को यहां जन्‍म देने की सुविधा नहीं मांग सकते। इसीलिए यहां बच्‍चे को जन्‍म देना प्रतिबंधित माना जाता है।  

घर में जन्‍मी बच्‍ची 

शनिवार को इस द्वीप पर एक बच्ची को जन्म देने वाली महिला हालाकि पहचान ज़ाहिर नहीं करना चाहतीं, पर उन्‍होंने बताया कि उन्हें पता ही नहीं था कि वह गर्भवती हैं। इसीलिए शुक्रवार रात को जब उन्‍हें दर्द शुरू हुआ तो वे बाथरूम चली गईं। तब उन्‍हें समझ आया कि उन्‍हें प्रसव पीड़ा हो रही थी। उसके बाद उन्‍होंने वहीं एक बच्‍ची को जन्‍म दिया जिसे उसके पिता ने आकर उठाया। महिला तो बच्‍चे के जन्म लेने पर दंग रह गई।

स्‍थानीय प्रशासन ने की पुष्‍टि

जन्‍म के बाद बच्‍ची को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी जांच की गई। स्थानीय प्रशासन ने बयान जारी करके इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि क्‍योंकि द्वीप पर संतान को जन्‍म देना गैरकानूनी नहीं है और महिला ने का प्रसव उसके घर पर ही हुआ, इसलिए प्रतिबंध का इससे कोई रिश्‍ता नहीं है। इसके बाद से द्वीप पर इस तरह से बच्चे का जन्म होने पर लोग जश्न मना रहे हैं। सूचना के अनुसार लोग परिवार की मदद भी कर रहे हैं, जैसे बच्ची के लिए कपड़े देना। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.