एनएफ रेलवे ने धूमधाम से मनाया 75वां स्वतंत्रता दिवस, विभाजन की त्रासदी को किया याद
देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर एनएफ रेलवे द्वारा पूरे हर्षोल्लास के साथ सोमवार को स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। एनएफ रेलवे मुख्यालय मालीगांव समेत विभिन्न स्टेशनों पर रेलवे अधिकारियों द्वारा राष्ट्रध्वज फहराया गया।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर एनएफ रेलवे द्वारा पूरे हर्षोल्लास के साथ सोमवार को स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। एनएफ रेलवे मुख्यालय मालीगांव समेत विभिन्न स्टेशनों पर रेलवे अधिकारियों द्वारा राष्ट्रध्वज फहराया गया। दौरान देश भक्ति के गीतों से हरेक रेलवे स्टेशन गुंजायमान हो रहा है। स्टेशनों के चारों तरफ सभी सभी भवनों पर राष्ट्रध्वज लगाए गए हैं।
इससे पहले बीते रविवार 14 अगस्त को देश की आजादी से पहले हुए भारत विभाजन को एनएफ रेलवे ने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया। एनएफ रेलवे द्वारा मिली जानकारी के अनुसार देश की आजादी से पहले हुए भारत के विभाजन दौरान भारतीयों को जो दर्द और पीड़ा का सामना करना पड़ा, उसे भारतीयों के वर्तमान और भविष्य पीढिय़ों को याद दिलाने के लिए भारत सरकार ने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस घोषित किया। भारत का विभाजन मानव के अभूतपूर्व विस्थापन और लोगों की बलपूर्वक प्रवासन की कहानी है। यह इस बात की भी कहानी है कि कैसे एक जीवन शैली और सह-अस्तित्व का युग अचानक समाप्त हो गया, जिससे लाखों लोगों को ऐसे वातावरण में नए घरों की तलाश करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जो पराया और प्रतिरोधी थे।
भारत के लोग आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए देश के उन बेटों और बेटियों को सलाम करते हैं, जिन्हें विभाजन के दौरान न केवल अपने पुश्तैनी घर, बल्कि अपने प्राणों की भी कुर्बानी देनी पड़ी थी। भारतीय रेल ने देशभर में फैले 700 विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर विभाजन से प्रभावित लोगों की पीड़ा को प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शनियां लगाई हैं।
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत देश के बाकी हिस्सों के साथ रविवार को एनएफ रेल ने भी विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया। भारत की आजादी के 75 सालों को याद करने के लिए एनएफ रेल के अधिकार क्षेत्र के पांचों मंडलों के सभी प्रमुख जिलों को कवर करते हुए 75 प्रमुख रेलवे स्टेशनों का चयन किया गया है। 1947 में भारत विभाजन के कारण भारतीयों द्वारा झेले गए दर्द की तस्वीरों को प्रदर्शित करने वाले प्रदर्शनी स्टालों को आम लोगों के देखने के लिए स्थापित किया गया था। विभाजन की त्रासदी को प्रदर्शित करने के लिए यह दिन स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिजनों की भागीदारी के साथ स्टेशनों पर विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। रेल उपयोगकर्ताओं के अलावा बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शनी का जायजा लिया।
बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नासमझ नफरत और हिंसा के कारण लाखों भारतीय विस्थापित हुए और कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। एनएफ रेलवे ने इस दिन त्रासदी और लाखों बलिदानों को याद किया। इस दिन के पालन से सभी को सामाजिक विभाजन, वैमनस्य को दूर करने और एकता की भावना को अधिक मजबूत करने की आवश्यकता को याद दिलाने में मदद मिलेगी।