नवजात की मौत पर सीएचसी में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा
- पुलिस ने समझाकर कराया शांत
नवजात की मौत पर सीएचसी में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा
संवाद सहयोगी, रसूलाबाद : नवजात की दवा पिलाने के बाद मौत होने पर स्वजन ने रसूलाबाद सीएचसी में उपद्रव किया। डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा गलत दवा बताने का आरोप लगाया। पुलिस ने किसी तरह से शांत कराया।
अटिया रायपुर निवासी रणधीर सिंह उर्फ आशीष सिंह की पत्नी शिखा सिंह का प्रसव मंगलवार रात 11:30 बजे सीएचसी की मेटरनिटी विंग में हुआ था। सामान्य प्रसव से शिखा सिंह के बेटा हुआ जिसका वजन 2600 ग्राम था। प्रसव के बाद 72 घंटे तक प्रसूता व नवजात को निगरानी में रखने के नियम को दरकिनार कर ड्यूटी स्टाफ नर्स ने बुधवार सुबह जच्चा-बच्चा को डिस्चार्ज कर दिया । घर में गुरुवार शाम करीब पांच बजे नवजात की हालत बिगड़ने लगी स्वजन उसे सीएचसी लेकर पहुंचे। रणधीर सिंह के अनुसार सीएचसी में ईएमओ डा. बृजेश कुमार मौके पर मौजूद नहीं थे तब उसने फोन कर नवजात की हालत डाक्टर को बताई। उन्होंने पास के नजदीकी मेडिकल स्टोर में बात कराने को कही तो वह पहुंचा और बात कराई। इसके बाद डाक्टर के बताए अनुसार मेडिकल स्टोर संचालक ने तीन सिरप देते हुए ढाई-ढाई एमएल नवजात को पिलाने की बात कही। आशीष दवा लेकर गए और जैसे ही बच्चे को दो एमएल दवा पिलाई इसके बाद बच्चे की हालत बिगड़ने लगी। कुछ देर बदा उसकी मौत हो गई। मां शिखा, बुआ प्रियंका, दादी निर्मला, बाबा सतेन्द्र का रोकर बुरा हाल हो गया। स्वजन डाक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर उपद्रव करने लगे। एसआइ धर्मेंद्र पहुंचे और सभी को शांत कराया। डाक्टर बृजेश कुमार ने बताया कि गुरुवार शाम करीब छह बजे वह बाथरूम में गए थे। आशीष ने फोन कर नवजात को बुखार, जुकाम व खराश होने की बात कहकर दवा पूछी थी तो मैंने बता दी। लापरवाही का आरोप गलत है। एसआइ धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि तहरीर पर कार्रवाई होगी।