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बी-टेक धारी चला रहे थे सरकारी नौकरी दिलाने का गिरोह, ग्राहक बन कर पहुंची दिल्ली फिर किया गिरफ्तार

पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से विभिन्न विभागों (आयकर रेलवे बैंक) के फर्जी नियुक्ति पत्र बरामद किए है। डीसीपी रोहित मीणा के मुताबिक गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि आयकररेलवे बैंकों जैसे विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर युवकों से ठगी करने वाला एक गिरोह संचालित हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 14 Aug 2022 07:44 PM (IST)Updated: Sun, 14 Aug 2022 07:44 PM (IST)
बी-टेक धारी चला रहे थे सरकारी नौकरी दिलाने का गिरोह, ग्राहक बन कर पहुंची दिल्ली फिर किया गिरफ्तार
गिरोह चलाने वाले तीन बी-टेक की पढ़ाई कर चुके आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

नई दिल्ली [धनंजय मिश्रा]। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सरकारी नौकरी लगवाने का गिरोह चलाने वाले तीन बी-टेक की पढ़ाई कर चुके आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में पंजाब के पप्पू यादव, गौतम मित्तल और हरियाणा के अजय है। पूछताछ में पता चला है कि आरोपित अब तक कई युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर 20 लाख रुपये की ठगी कर चुके हैं।

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कई फर्जी नियुक्ति पत्र बरामद

पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से विभिन्न विभागों (आयकर, रेलवे, बैंक) के फर्जी नियुक्ति पत्र बरामद किए है। डीसीपी रोहित मीणा के मुताबिक, गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि आयकर, रेलवे, बैंकों जैसे विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर युवकों से ठगी करने वाला एक गिरोह संचालित हैं। इसके बाद नकली ग्राहक बन कर गिरोह से संपर्क किया गया और फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देते हुए दो आरोपित पप्पू यादव और गौतम मित्तल को गिरफ्तार किया गया।

इंटरनेट के माध्यम से बनाते थे शिकार

आरोपितों की निशानदेही पर अजय कुमार को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपित पहले इंटरनेट मीडिया पर नौकरी की रिक्तियों का विज्ञापन करता था और उम्मीदवारों को यह विश्वास दिलाता था कि उन्हें सरकारी विभागों में नौकरी मिलेगी। फिर आरोपित उम्मीदवारों को आयकर, रेलवे, बैंकों जैसे विभिन्न विभागों में एजेंटों के माध्यम से चार पांच बार ले जाते थे, ताकि उन्हें विश्वास हो सके कि उनका सरकारी अधिकारियों के साथ संपर्क है और सभी काम ईमानदारी से किए जा रहे हैं। इसके बाद आरोपित उन्हें फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देते थे और बदले में प्रत्येक उम्मीदवार से चार से पांच लाख रुपये लेते थे। एक बार पैसे मिलने के बाद वे अपने फोन नंबर बंद कर फरार हो जाते थे।

आरोपितों की प्रोफाइल

  • आरोपित पप्पू यादव पंजाब का रहने वाला है और उसने पंजाब से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। वह तीन साल पहले दिल्ली आया था और विभिन्न कंपनियों में काम किया। इस दौरान उसकी मुलाकात अजय से हुई। अजय ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने की योजना बनाई थी।
  • आरोपित गौतम मित्तल भी पंजाब का रहने वाला है और उसने वर्ष 2017 में सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। वह पप्पू यादव का बचपन का दोस्त है। आरोपित गौतम राजस्थान, चंडीगढ़, यूपी में साइट इंजीनियर के पद पर कार्यरत था।
  • आरोपित अजय हरियाणा से है और उसने इलेक्ट्रानिक्स में बीटेक किया है। अजय शुरू में स्काई गवर्नमेंट फ्लाइट कैटरिंग कंपनी में काम करता था। वह पिछले चार साल से दिल्ली में रह रहा है।

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