Independence Day 2022: लाल किले की पेंटिंग से 1857 के स्वाधीनता आंदोलन की यादें ताजा, पहली बार स्वदेशी तोप से दी सलामी
Independence Day 2022स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान लालकिले में की गई सजावट में लाल किले के चारों ओर रंग बिरंगे झंडे लगाए गए थे। मुख्य मंच के सामने फूलों से हाथी और स्वतंत्रता दिवस 2022 लिखकर सजावट की गई थी।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। लाल किले में आयोजित 76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर की गई सजावट के दौरान लाल किले की चारदीवारी के चारों तरफ बनाई गई पेंटिंग 1857 के स्वाधीनता आंदोलन की यादों को ताजा कर रही है। रेगजीन पर बनाई गई पेंटिंग पर स्वाधीनता संग्राम के दौरान अंग्रेजों से लड़ी गई लड़ाई के चित्र उकेरे गए हैं। इन चित्रों में अंग्रेजों की बंदूकों के आगे हमारे क्रांतिकारी अपने तीर-तलवारों से लोहा लेते हुए दिख रहे हैं। साथ ही जेल में बंद क्रांतिकारियों को भी दिखाया गया है।
स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान लालकिले में की गई सजावट में लाल किले के चारों ओर रंग बिरंगे झंडे लगाए गए थे। मुख्य मंच के सामने फूलों से हाथी और स्वतंत्रता दिवस 2022 लिखकर सजावट की गई थी। पीले रंग में रंगे मुख्य मंच के दोनों तरफ स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बड़े-बड़े चित्र लगाए गए थे।
इनमें मुख्य रूप से बिरसा मुंडा, वीर कुंवर सिंह, लाला हरदयाल, सैफुद्दीन किचलू, पदम देव, भीकाजी कामा, राव तुला राम, कर्नाड सदाशिव राव, पट्टाभि सीतारमैया सहित अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शामिल हैं। मंच पर जाने वाले मुख्य गेट पर पहली बार प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए इलेक्ट्रानिक हाथी लगाए गए थे। जैसे ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गेट पर पहुंचे हाथियों ने सिर हिलाकर उनका अभिवादन किया।
पहली बार स्वदेशी तोप से दी गई सलामी
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पहली बार स्वदेशी होवित्जर तोप से सलामी दी गई। इस दौरान 21 फायर किए गए। इसका निर्माण भारत में ही किया गया है। जबकि इससे पहले 75 साल से सलामी देने के लिए ब्रिटेन निर्मित तोपों का इस्तेमाल किया जाता था।
इसे एटीएजीएस (एडवांस्ड टोव्ड आर्टिलरी गन सिस्टम) कहा जाता है। इस स्वदेशी तोप की गिनती दुनिया की सबसे लंबी दूरी तक मार करने वाली आर्टिलरी गन में होती है। इसकी रेंज 48 किलोमीटर है। स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर एयरफोर्स के हेलीकाप्टरों द्वारा पुष्पवर्षा की गई।