थर्ड जेंडर भी पहनेंगे पुलिस की वर्दी, हाथ में होगा डंडा
पुलिस विभाग में निकली लोवर स्टाफ की भर्ती के लिए ट्रांसजेंडर समुदाय के भी उम्मीदवार बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
रायपुर,(मनीष बाघ)। पुलिस विभाग में निकली लोवर स्टाफ की भर्ती के लिए ट्रांसजेंडर समुदाय के भी उम्मीदवार बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। 40 लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। सड़कों पर तालियां बजाने और फिर ढोलक बजाते देखे जाने के बाद किन्न्र समुदाय पुलिस की वर्दी पहनकर डंडा थामने के लिए तैयार हो रहा है। 4 फरवरी तक आवेदन आमंत्रित किए गए थे। इस भर्ती में किन्नरों ने खासी दिलचस्पी दिखाई है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश की राजधानी रायपुर से 10, बिलासपुर से 5, धमतरी से 7, भिलाई, दुर्ग, राजनांदगांव और अम्बिकापुर से तीन -तीन, कोंडागांव और मुंगेली से दो-दो और रायगढ़ एवं जांजगीर से एक-एक ट्रांसजेंडर युवाओं ने आवेदन किया। थर्ड जेंडर बोर्ड के पदाधिकारियों ने समुदाय के युवा वर्ग का बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए आह्वान किया।
इस बोर्ड की सदस्य विद्या राजपूत ने बताया कि प्रदेश में पहली बार पुलिस भर्ती में जाने मौका मिला, जिसका लाभ लेने समाज के लोग अब आगे आ रहे हैं। थर्ड जेंडर वेलफेयर बोर्ड की सदस्य विद्या ने रमन सरकार के किन्न्रों को भी पुलिस भर्ती में मौका देने के फैसले की तारीफ की। उन्होंने प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा और डीजीपी एएन उपाध्याय को ट्रांसजेंडरों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस में शामिल होने का अवसर देने के लिए धन्यवाद भी दिया।
इतने पदों के लिए होगी भर्ती
छत्तीसगढ़ पुलिस ने कुल 2254 आरक्षक के पदों की भर्ती के लिए आवेदन 3 जनवरी से 4 फरवरी तक आमंत्रित किए थे, जिसमें ट्रांसजेंडर्स के लिए कोई आरक्षण का प्रावधान नहीं किया गया है। विज्ञापन में लिखा गया है कि अगर थर्ड जेंडर के अभ्यर्थी फॉर्म भरते हैं तो अभ्यर्थियों को महिला वर्ग के मापदंडांे को पूरा करना होगा और उसी हिसाब से शारीरिक क्षमता और दक्षता देखी जाएगी। यदि पुरुष के कॉलम फॉर्म भरते हैं तो पुरुष अभ्यर्थी के मापदंड को पूरा करना होगा। इस तरह लिंग का चयन उनके ऊपर छोड़ दिया गया है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भर्ती
छत्तीसगढ़ में पहली बार थर्ड जेंडर पुलिस विभाग में भर्ती हो सकेंगे। 8 दिसंबर, 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को ट्रांसजेंडरों की भर्ती करने आदेश दिया था। 31 दिसंबर को इस संदर्भ में सरकार ने ठोस निर्णय लेकर पुलिस भर्ती में आवेदन आमंत्रित किए। हालांकि थर्ड जेंडर वर्ग के लिए आरक्षित कोटा तय नहीं किया गया।