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पहाड़ों पर बारिश से ब‍िगड़े हालात, उत्‍तराखंड में 87 मार्ग बंद, जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर 200 से अधिक वाहन फंसे

उत्तर भारत के पहाड़ों पर लगातार बारिश से हालात खराब हो गए हैं। उत्तराखंड में 87 मार्ग बंद हो गए हैं तो जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर 200 से अधिक वाहन फंसे हुए हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 14 Aug 2020 10:18 PM (IST)Updated: Fri, 14 Aug 2020 10:18 PM (IST)
पहाड़ों पर बारिश से ब‍िगड़े हालात, उत्‍तराखंड में 87 मार्ग बंद, जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर 200 से अधिक वाहन फंसे
पहाड़ों पर बारिश से ब‍िगड़े हालात, उत्‍तराखंड में 87 मार्ग बंद, जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर 200 से अधिक वाहन फंसे

नई दिल्ली, जेएनएन। उत्तर भारत के पहाड़ों पर लगातार बारिश का दौर जारी है। उत्तराखंड में शुक्रवार को बारिश से कुछ राहत तो मिली, लेकिन सड़कों पर भूस्खलन की मार जारी है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में भी बारिश और भूस्खलन के चलते जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर इतना मलबा गिरा है कि 24 घंटे बाद भी सड़क को आवाजाही के लिए खोला नहीं जा सका है। बता दें कि उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण बदरीनाथ धाम के निकट लामबगड़ में हाईवे दूसरे दिन भी नहीं खोला जा सका।

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चार जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ हाईवे पर तीन स्थानों से मलबा हटा दिया गया है लेकिन गुप्तकाशी के पास सड़क धंसने से आवाजाही चुनौती बनी हुई है। यहां से हल्के वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से भेजा जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को भी देहरादून समेत चार जिलों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। सप्ताह भर से जारी बारिश आम जनजीवन के लिए चुनौती बन चुकी है। उत्‍तराखंड में अब भी करीब 87 मार्गों पर आवाजाही बाधित है। कुमाऊं के पिथौरागढ़ में हालात गंभीर बने हुए हैं।

सौंग नदी में मलबा गिरने से झील बनने का खतरा

उत्तराखंड में राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि शनिवार को पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल और देहरादून के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। जौनपुर ब्लॉक की सकलाना पट्टी में पहाड़ से लगातार भस्खलन हो रहा है। यह मलबा सौंग नदी में समा रहा है। इससे यहां झील बनने का खतरा पैदा हो गया है। मलबे के कारण रायपुर-कद्दूखाल मोटर मार्ग भी बाधित है। ग्रामीणों की सूचना के बाद लोक निर्माण विभाग ने यहां पर जेसीबी लगाई गई है। टिहरी के आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि मलबा हटाया जा रहा है। अभी नदी का प्रवाह सामान्य है।

जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर 200 से अधिक वाहन फंसे

बारिश के चलते जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर भूस्खलन से इतना मलबा गिरा है कि इसे हटाने में मशीनरी की सांस फूल गई। रामबन जिले के मिहाड़ इलाके में गुरुवार की शाम को करीब दो सौ मीटर के दायरे में भूस्खलन हुआ है। मलबा इतना अधिक है कि 24 घंटे में भी इसे हटाया नहीं जा सका था। शुक्रवार रात नौ बजे तक इसके पूरी तरह साफ कर लेने की बात कही जा रही थी। हाईवे बंद होने से दो सौ से अधिक यात्री वाहन फंसे हुए थे। 


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