आठ घंटों में 260 लोगों को कृत्रिम पांव लगाकर बनाया विश्व रिकॉर्ड
डीईपीडल्ब्यूडी ने देशभर में शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को मोटर चालित ट्राइसाइकिल भी दी है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारिता विभाग (डीईपीडल्यूडी) ने गुजरात के भरूच में आठ घंटे में 260 लोगों को कृत्रिम पांव लगाकर सातवां गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। यह जानकारी शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत ने दी। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत आने वाला यह विभाग अन्य श्रेणियों में अब तक छह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुका है। यह नया रिकॉर्ड गुरुवार को बनाया गया।
दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना पर आधारित एक राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए गहलोत ने कहा कि यह रिकॉर्ड डीईपीडल्यूडी के साथ-साथ हमारे देश के सभी दिव्यांगजनों (विकलांग लोगों के लिए) के लिए गर्व का क्षण है। सम्मेलन में देश भर के लगभग 600 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बता दें कि इससे पहले डीईपीडल्ब्यूडी ने 22 दिसंबर को सिकंदराबाद में, 17 जनवरी को मुंबई और 18 फरवरी को कोलकाता में क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया था।
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हाल ही में डीईपीडल्ब्यूडी के तहत आने वाले भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र ने एक शब्दकोष तैयार किया है, इसमें श्रवण बाधित होने वाले 6,000 शब्दों को शामिल किया गया है। वहीं 1,700 से अधिक दृष्टिबाधित बच्चों की सर्जरी कराई गई। डीईपीडल्ब्यूडी ने देशभर में शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को मोटर चालित ट्राइसाइकिल भी दी है। गहलोत ने कहा कि अब तक, 28 राज्यों में लगभग 13 लाख अलग-अलग लोगों को सार्वभौमिक आईडी कार्ड प्रदान किए गए हैं।