World Heart Day: तंबाकू का सेवन युवा दिल का बड़ा दुश्मन
एम्स सहित देश भर के 50 सेंटरों में चल रहे शोध में सामने आई यह बात...
नई दिल्ली (रणविजय सिंह)। दिल की बीमारियों का बेहतर इलाज उपलब्ध होने के बावजूद हार्ट अटैक मौत की सबसे बड़ी वजह है। चिंताजनक यह है कि हार्ट अटैक की बीमारी युवाओं में तेजी से बढ़ रही है। एम्स सहित देश भर के 50 सेंटरों में किए जा रहे शोध में यह बात सामने आई है कि तंबाकू का सेवन युवाओं के दिल का सबसे बड़ा दुश्मन साबित हो रहा है। करीब 40 फीसद युवाओं में हार्ट अटैक का कारण तंबाकू पाया गया है। एम्स के डॉक्टर कहते हैं कि यदि युवा नहीं संभले और धूमपान के प्रति जागरूक नहीं हुए तो आने वाले दिनों में परिणाम और घातक होगा।
एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. नीतीश नायक ने कहा कि 20 से 30 वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक से पीड़ित मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। युवाओं में बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों के मद्देनजर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) 50 सेंटरों में शोध करा रही है। तीन साल से यह शोध चल रहा है। शोध में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि युवाओं में हार्ट अटैक के कौन-कौन से कारण हैं। उन्हें कितनी देर में इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया जाता है। अगले साल यह शोध पूरा हो जाएगा। हालांकि, अब तक के आंकड़ों में यह बात सामने आई है कि हार्ट अटैक से पीड़ित लोगों में करीब 35 फीसद मरीजों की उम्र 50 साल से कम व 10 फीसद मरीजों की उम्र 30 साल से कम होती है।
हार्ट अटैक से पीड़ित ज्यादातर युवा तंबाकू, सिगरेट व गुटखे का सेवन करते थे। एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अंबुज राय ने कहा कि यह देखा गया है कि जो युवा तंबाकू के सेवन के चलते हार्ट अटैक से पीड़ित होते हैं, उनके हृदय की धमनियों में ज्यादा ब्लॉकेज नहीं होता। धमनी ठीक होती है, लेकिन तंबाकू के दुष्प्रभाव से किसी जगह पर रक्त थक्का हो जाता है। यह युवाओं में हार्ट अटैक का कारण बन रहा है। तनाव, खान-पान में फास्ट फूड के इस्तेमाल के चलते भी युवाओं को हार्ट अटैक की बीमारी हो रही है।
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