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..ताकि जानवरों को जंगल में ही मिल सके भोजन और इंसान रहें सुरक्षित, जंगलों में फलदार पौधों का रोपण

सरकार का इरादा जंगली जीवों को जंगल में ही भोजन उपलब्ध करना है ताकि वे आबादी क्षेत्र में न आएं। फलदार पौधों के साथ ही अन्य पौधों के भी करीब 25 लाख टन बीज रविवार को रोपने का लक्ष्य तय किया गया था।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 11 Jul 2021 10:34 PM (IST)Updated: Sun, 11 Jul 2021 10:34 PM (IST)
..ताकि जानवरों को जंगल में ही मिल सके भोजन और इंसान रहें सुरक्षित, जंगलों में फलदार पौधों का रोपण
प्रदेशभर में एक ही दिन में रोपे गए 25 लाख टन सीड बाल

रायपुर, राज्य ब्यूरो। छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के जंगलों में फलदार पौधों का रोपण करवा रही है। इसके लिए रविवार को करीब 50 हजार किलो सीड बाल (मिट्टी से बने गेंद में बीज) रोपे गए। इसके माध्यम से सरकार का इरादा जंगली जीवों को जंगल में ही भोजन उपलब्ध करना है, ताकि वे आबादी क्षेत्र में न आएं। फलदार पौधों के साथ ही अन्य पौधों के भी करीब 25 लाख टन बीज रविवार को रोपने का लक्ष्य तय किया गया था।

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सरकार ने लिया जंगल में फलदार पौधे लगाने का फैसला

बता दें कि राज्य के कई जिलों में जंगली हाथी बड़ी समस्या बने हुए हैं। इनकी वजह से जान और माल दोनों की क्षति होती है। इसी तरह कई जिलों में बंदर भी बड़ी समस्या बने हुए हैं। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने जंगल में फलदार पौधे लगाने का फैसला किया है।

वन मंत्री ने कहा- वन्यजीव भोजन की तलाश में आबादी क्षेत्रों में न आ सकें

वन मंत्री मोहम्मद अकबर के अनुसार ज्यादातर मामलों में वन्यजीव भोजन की तलाश में आबादी क्षेत्रों में आते हैं। यदि जंगल में भी उनके लिए भोजन-पानी की व्यवस्था कर दी जाए तो इस समस्या से काफी हद तक मुक्ति मिल सकती है।

वन क्षेत्रों में फलदार प्रजातियों के बीजों का किया गया छिड़काव

यही वजह है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार वन विभाग ने रविवार को वन व वनेत्तर क्षेत्रों में बेर, जामुन, बेल, सीताफल, करौंदा व मुनगा आदि फलदार प्रजातियों के बीज की बुआई छिड़काव और सीड बाल के माध्यम से किया गया है।


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