इंडोनेशिया की नई राजधानी बना बोर्नियो द्वीप, पहले भी कई देश कर चुके हैं ऐसा बदलाव
इंडोनेशिया इकलौता ऐसा देश नहीं है जो अपनी राजधानी बदलने की योजना बना रहा है। इससे पहले भी कई देशों ने अपनी राजधानी बदली है।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। इंडोनेशिया की वर्तमान राजधानी जकार्ता है। यह शहर धीरे-धीरे पानी में डूबता जा रहा है। ऐसा अनुमान है कि कुछ सालों में यह शहर डूब जाएगा। इसके अलावा यातायात की गंभीर समस्या भी दिन ब दिन और विकराल रूप धारण करती जा रही हैं। इन चीजों को देखते हुए इंडोनेशिया बोर्नियो द्वीप को अपनी नई राजधानी बनाने की योजना बना रहा है। इंडोनेशिया इकलौता ऐसा देश नहीं है, जो अपनी राजधानी बदलने की योजना बना रहा है। इससे पहले भी कई देशों ने अपनी राजधानी बदली है। आइए आज उन देशों के बारे में जानते हैं, जिन्होंने अपनी राजधानी बदली...
कजाखस्तान
कजाखस्तान को 1991 में सोवियत संघ से आजादी मिली। उस समय देश की राजधानी अलमाटी थी। लेकिन इस शहर के साथ कई समस्याएं थीं। एक तो इसका विस्तार नहीं किया जा सकता था। दूसरी समस्या यह थी कि यह भूकंप के लिए संवेदनशील इलाका था और चीन की सीमा के करीब भी था। इसलिए कजाख सरकार अपनी राजधानी को 1997 में अलमाटी से 1,200 किलोमीटर दूर उत्तर में स्थित अस्ताना शहर ले गई। बाद में अस्ताना का नाम यहां सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव के नाम पर नूर सुल्तान रख दिया गया।
नाइजीरिया
नाइजीरिया का तटीय शहर लागोस साल 1914 में देश की राजधानी बना था। लेकिन यहां सब अनियोजित तरीके से चल रहा था। फिर साल 1976 में राष्ट्राध्यक्ष जनरल मुरतला आर मोहम्मद ने घोषणा की, कि अबुजा को देश की राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा। इस स्थान को देश की राजधानी के तौर पर इसलिए चुना गया क्योंकि यहां हर धार्मिक और जातीय समूह के लोग रहते हैं। इसके अलावा ये शहर देश के केंद्र में भी पड़ता है। यहां निर्माण कार्य 1980 में शुरू हुआ और 12 दिसंबर, 1991 को अबुजा देश की नई राजधानी बनी।
म्यांमार
यांगून को रंगून भी कहा जाता है, जो 1948 से 6 नवंबर, 2005 तक म्यांमार की राजधानी रहा। देश के सैन्य शासकों ने राजधानी बदलने का फैसला लिया, जिसके बाद नेपीडॉ शहर को यहां की नई राजधानी बनाया गया। नई राजधानी केंद्रित और रणनीतिक रूप से अधिक सक्षम थी। लेकिन राजधानी बदलने का कोई औपचारिक कारण नहीं बताया गया।
बोलीविया
बोलीविया की दो राजधानी हैं सुक्रे और ला पाज। 1899 तक सुक्रे एकमात्र राजधानी थी। लेकिन गृह युद्ध के बाद संसद और सिविल सेवा बोलीविया के सबसे बड़े शहर ला पाज में स्थानांतरित हो गई, जबकि न्यायपालिका सुक्रे में बनी रही। सुक्रे शहर देश का केंद्र बिंदु है। ला पाज की दस लाख आबादी की तुलना में इसकी आबादी महज ढाई लाख ही है।
ब्राजील
रियो डी जेनेरो सालों तक ब्राजील की राजधानी रही है। लेकिन ये शहर बहुत भीड़भाड़ वाला है, यहां सरकारी भवन भी काफी दूरी पर थे और ट्रैफिक भी काफी रहता था। जिसके बाद सरकार ने नए शहर को राजधानी बनाने का फैसला लिया। ब्रासीलिया शहर आर्किटेक्ट, इंजीनियर और सिटी प्लानर के चार साल के कड़े परिश्रम के बाद 21 अप्रैल, 1960 में बनकर तैयार हुआ और ब्राजील की नई राजधानी कहलाया।