कोरोना को हराना है: कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए दूसरा ट्रायल शुरू करेगा डब्ल्यूएचओ
जितने अधिक देश इसमें शामिल होंगे उतनी ही तेजी से हमारे पास नतीजे आएंगे। उन्होंने सभी देशों से इस परीक्षण में शामिल होने का अनुरोध किया।
नई दिल्ली, आइएएनएस। विश्व स्वास्थ्य संगठन ( डब्ल्यूएचओ ) ने शुक्रवार को कहा कि वह जल्द ही कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए दूसरा ट्रायल शुरू करेगा। संगठन की दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने एक प्रेस वक्तव्य में कहा कि डब्ल्यूएचओ जल्द ही सॉलिडरिटी ट्रायल के लिए दूसरा प्रोटोकॉल शुरू करने जा रहा है।
संक्रमण और वायरस के भविष्य के व्यवहार को समझने में मदद मिलेगी
संक्रमण और वायरस के भविष्य के व्यवहार को समझने में मदद मिलेगी। कई देशों में किए जाने वाले इस परीक्षण में शामिल होने के लिए भारत, इंडोनेशिया और थाईलैंड पहले ही हस्ताक्षर कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि ट्रायल के दौरान कोविड-19 के खिलाफ चार अलग-अलग दवाओं या दवा के संयोजन की सुरक्षा और प्रभावशीलता की तुलना की जाएगी। क्षेत्रीय निदेशक ने सॉलिडरिटी ट्रायल में भाग लेने के लिए इस क्षेत्र के देशों की सराहना की।
जितने अधिक देश शामिल होंगे, उतनी ही तेजी से नतीजे आएंगे
डॉ. खेत्रपाल सिंह ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक उपक्रम है। यह कोविड-19 के उपचार में दवाओं के प्रभावी होने के बारे में नाटकीय रूप से आवश्यक समय को कम करेगा। जितने अधिक देश इसमें शामिल होंगे, उतनी ही तेजी से हमारे पास नतीजे आएंगे। उन्होंने सभी देशों से इस परीक्षण में शामिल होने का अनुरोध किया।
सॉलिडरिटी ट्रायल के दौरान संभावित उपचार का किया जाएगा आकलन
इससे पहले गुरुवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सॉलिडरिटी ट्रायल के दौरान कोविड-19 के संभावित उपचार का आकलन किया जाएगा। पहले से ही 74 देश या तो परीक्षण में शामिल हो चुके हैं या इसमें शामिल होने की प्रक्रिया में हैं। 200 से अधिक रोगियों पर दवाओं का परीक्षण किया जाएगा।
अमेरिका के बाद स्पेन में सबसे ज्यादा संक्रमित
कोरोना वायरस का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा। स्पेन में पिछले चौबीस घंटों में 932 लोगों की जान गई है। गुरुवार को यह आंकड़ा 950 था। वहां मृतकों की कुल तादाद 10,935 हो गई है। खास बात यह है कि अमेरिका के बाद स्पेन में सबसे ज्यादा लोग संक्रमित हैं। इनकी संख्या 1,17,710 है। यह हाल तब है, जब स्पेन की आबादी अमेरिका से सात गुना कम है। महामारी से राजधानी मैड्रिड सबसे ज्यादा प्रभावित है। वहां पर 4400 से ज्यादा मौतें हुई हैं। राजधानी के नर्सिग होम बीमार लोगों से भरे पड़े हैं और यहां रहने वाले पचास हजार बुजर्ग लोगों को सबसे ज्यादा खतरा है।