जब ईरानी कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी ने पाकिस्तान को लगाई थी फटकार ...
अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए शीर्ष ईरानी कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी ने आतंकियों को सुरक्षित पनाह देने के लिए पाकिस्तान को खुलेआम फटकार लगाई थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए शीर्ष ईरानी कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी ने आतंकियों को सुरक्षित पनाह देने के लिए पाकिस्तान को खुलेआम फटकार लगाई थी। सुलेमानी ने कहा था, 'क्या आप, जिसके पास परमाणु बम है, क्षेत्र में कुछ सौ सदस्यों वाले आतंकी समूह को खत्म करने में अक्षम हैं।'
13 फरवरी को मारे गए थे 37 ईरानी सैनिक
दरअसल, पिछले साल 13 फरवरी को दक्षिण-पूर्वी ईरान में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर (आइआरजीसी) के सदस्यों को ले जा रही बस पर आतंकियों ने आत्मघाती हमला किया था, जिसमें 37 ईरानी सैनिक मारे गए थे और कई घायल हुए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में सक्रिय सुन्नी आतंकी संगठन जैश अल-अदल समूह ने ली थी। उसी समय सुलेमानी ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था, 'वो (पाकिस्तान) ईरान के धैर्य की परीक्षा न ले, जिसने भी ऐसा किया उसे मुंहतोड़ जवाब मिला।'
पुलवामा के आत्मघाती हमले में मारे गए थे सीआरपीएफ के 40 जवान
ईरान पर हुए आत्मघाती हमले के अगले दिन 14 फरवरी को पुलवामा में भारतीय अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ के काफिले पर भी आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद ने ली थी। इसके लगभग 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के आतंकी अड्डे पर हवाई हमला कर उसे तबाह कर दिया था। उस हमले में कई आतंकी भी मारे गए थे। बाद के घटनाक्रम में पाकिस्तान लड़ाकू विमान एफ-16 को भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने मार गिराया था।
पाकिस्तान को दी थी चेतावनी
ईरानी समाचार एजेंसी एफएआरएस के मुताबिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स पर हुए हमले के बाद सुलेमानी ने 21 फरवरी, 2019 को एक कार्यक्रम में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा था, 'आपने अपने सभी पड़ोसियों के साथ सीमा पर अशांति फैला रखी है, क्या आपका एक भी पड़ोसी ऐसा बचा जिसे आप असुरक्षा के लिए उत्तेजित करना चाहते हैं? आपके पास परमाणु बम है और आप कुछ सौ सदस्यों वाले आतंकी समूहों को खत्म करने में असमर्थ हैं? आतंकी हमलों में आपके कितने लोग मारे गए हैं? हम आपकी सहानुभूति नहीं चाहते हैं, इससे ईरान के लोगों की क्या मदद हो सकती है?'
ईरान ने की थी हमले की निंदा
ईरान के साथ ही पुलवामा में हुए हमले में पाकिस्तान ने अपनी संलिप्तता से इन्कार किया था। पुलवामा हमले के बाद तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ईरान के उप विदेश मंत्री सैयद अब्बास अगराच्ची से मुलाकात की थी। इस बैठक के बाद अगराच्ची ने ट्वीट कर दोनों हमलों को जघन्य करार देते हुए लिखा था कि अब बहुत हुआ।