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Weather Update: इन राज्यों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि की चेतावनी, जानें- मौसम का ताजा अपडेट

पश्चिमी विक्षोभ के कारण कई राज्यों में आज बारिश होने का अनुमान है तो वहीं पहाड़ी राज्यों में आज बारिश के साथ-साथ बर्फबारी होने की भी संभावना है। कुछ राज्यों में बारिश अगले दो-तीन दिनों तक जारी रहने वाली है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 04:45 PM (IST)Updated: Mon, 22 Mar 2021 08:56 PM (IST)
कुछ राज्यों में बारिश अगले दो-तीन दिनों तक जारी रहने वाली है।(फाइल फोटो)

नई दिल्ली, एजेंसी। देशभर में मौसम में अचानक बदलाव देखा जा रहा है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण कई राज्यों में भारी बारिश होने का अनुमान है, तो वहीं, पहाड़ी राज्यों में आज बारिश के साथ-साथ बर्फबारी होने की भी संभावना है। कुछ राज्यों में बारिश अगले दो-तीन दिनों तक जारी रहने वाली है। इस बीच दिल्ली-एनसीआर में बूंदाबांदी हुई है। मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाली वेबसाइट स्काइमेट के मुताबिक, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, पश्चिम यूपी के साथ-साथ दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में अलग-अलग हल्की बारिश और गरज के साथ छीटें पड़ने की संभावना है। इन राज्यों में कुछ जगहों पर तीव्रता के साथ बारिश हो सकती है।

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वहीं, उत्तराखंड में भी हल्की बारिश के आसार हैं, लेकिन धीरे-धीरे इसमें वृद्धि होगी। 22 और 24 मार्च के बीच बारिश की तीव्रता बढ़ जाएगी। स्काईमेट के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी शुरू हो जाएगी। इन राज्यों में मध्यम से भारी बारिश व बर्फबारी की संभावना है। कुछ जगहों पर ओले भी गिर सकते हैं। साथ ही मध्य प्रदेश, विदर्भ और मराठवाड़ा में गरज के साथ वर्षा संभव है। मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड, केरल, दक्षिण कर्नाटक और अरुणाचल प्रदेश में हल्की बारिश हो सकती है।

दिल्ली एनसीआर में हल्की बारिश का अनुमान

मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में सोमवार और मंगलवार को हल्की बारिश का पूर्वानुमान है, जिसके बाद तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में अलग-अलग स्थानों पर 22 से 23 मार्च तक भारी बारिश और बर्फबारी का अनुमान है, जबकि मैदानी इलाकों में 21 से 24 मार्च तक हल्की बारिश होने की संभावना है। विभाग ने कहा कि अगले एक सप्ताह के दौरान देश में लू चलने की कोई आशंका नहीं है।

जानें- क्यों बदला मौसम का मिजाज

वर्तमान समय में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास बना है जबकि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की तरफ बढ़ते हुए उत्तरी पाकिस्तान पर पहुंचा है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से विकसित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी राजस्थान के ऊपर है और एक चक्रवाती सिस्टम दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर बना हुआ है। इन सभी सिस्टमों के प्रभाव से बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और पश्चिमी विक्षोभ तीनों तरफ से आर्द्र हवाएं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में आ रही हैं। यही कारण है कि यहां पर बारिश का मौसम बना है।

राजस्थान में धूल भरी आंधी चलने से जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त

बीती रात जैसलमेर में उठे रेत के बवंडर का असर अजमेर में भी देखने को मिला। सोमवार सुबह से आसमान में धूल ही धूल छाई रही। शाम को कुछ देर चली हवाओं कें बाद बारिश हुई। इससे घर, वाहन सभी जगह धूल हो गए । महिलाओं को काम काज बहुत बढ़ गया। साफ सफाई की परेशानी खड़ी हो गई। अरावली पर्वत मालाओं से घिरे अजमेर में धूल के चलते आम जीवन पर काफीअसर देखा गया। लोग मुंह पर कपड़ा बांधकर घरों से निकले तो वही अस्थमा के मरीजों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ी। हर और सिर्फ धूल ही धूल दिखाई दी। दिन के वक्त चली तेज आंधी की वजह से सड़कों पर पसरी धूल के चलते विजिबिलिटी कम हो गई। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदेश के अधिकतर जिलों में धूल के साथ बादल भी छाए रहे। वहीं कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी भी हुई। गौरतलब है कि जैसलमेर में आए तूफान से वहां का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान हुआ। 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चली आंधी की वजह से जनजीवन प्रभावित होने के समाचार हैं।


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