Weather update: देश में बारिश से बढ़ेगी ठंड, दिल्ली और यूपी-हरियाणा की इन जगहों पर बारिश की संभावना
Weather update Today जम्मू कश्मीर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी जारी। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों खासकर दिल्ली पंजाब और हरियाणा में बारिश होने की संभावना। यूपी बिहार सहित कई राज्यों में धुंध और कोहरे का भी असर है।
नई दिल्ली, जेएनएन। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है जिसकी वजह से अगले एक दो दिन में मैदानी इलाकों में बारिश होगी, जिससे ठंड बढ़ने की संभावना हैं। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली, यूपी और हरियाणा में अगले कुछ घंटों में बारिश की संभावना है। महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में कई स्थानों पर हल्की बारिश हो रही है।बताया जा रहा है कि कई राज्यों में अगले दो दिन में बारिश के आसार हैं। राजस्थान में 15 दिसंबर के बाद पारा 4 डिग्री तक गिरेगा। वहीं यूपी, बिहार में भी कोहरे का कहर जारी है। यहां भी 15-16 दिसंबर को बारिश के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बिहार में कोहरे से फिलहाल राहत नहीं मिलेगी। मौसम विभाग की माने तो अगले दो घंटे में हरियाणा के हिसार, हांसी, तोशाम और जींद के आस-पास के इलाकों में गरज के साथ अगले 2 घंटे के दौरान बारिश हो सकती है। वहीं महेंद्रगढ़, फतेहाबाद, कैथल और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर भी हल्की बारिश, बूंदाबांदी होगी।
Thunderstorm with light intensity rain would occur over and adjoining areas of Hissar, Hansi, Tosham and Jind and light rain/drizzle would occur over isolated places of Mahendergarh, Fatehabad, Kaithal and South-west Delhi during next 2 hours: IMD
— ANI (@ANI) December 11, 2020
मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) के भोपाल केन्द्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने शुक्रवार को बताया कि राज्य में हल्की बौछारों से अधिकतम तापमान में कमी आएगी। इसके अलावा, विशेष रुप से प्रदेश के उत्तरी भाग में सुबह कोहरा होने का अनुमान है। पश्चिम मध्यप्रदेश के भोपाल, उज्जैन और ग्वालियर संभागों के जिलों में पिछले 24 घंटों में हल्की बारिश हुई । उन्होंने बताया कि लगभग 13 दिसंबर तक हल्की बारिश हो सकती है। साहा ने कहा कि मध्यप्रदेश के बड़े हिस्से में दिसंबर के पहले 10 दिन असामान्य तौर पर गर्म रहे हैं। यहां अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रहा। उन्होंने कहा कि बादल छाए रहने के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट आ सकती है।
मुंबई और आस-पास के इलाकों में भी हल्की बारिश
अरब सागर के ऊपर निम्न दबाव क्षेत्र बनने से मुंबई और इसके आसपास के इलाकों में शुक्रवार तड़के हल्की बारिश हुई। बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई। दक्षिणपूर्व अरब सागर और इसके दक्षिण पश्चिम हिस्से में भी निम्म दबाव का क्षेत्र बना है, जिससे बादल छाए तथा आर्द्रता की वजह से क्षेत्र में हल्की बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने बताया कि मुबई के साथ पड़ोसी पालघर और ठाणे जिले में भी हल्की बारिश हुई। उन्होंने बताया कि रायगढ़ जिले समेत उत्तरी कोंकण में इस अवधि के दौरान बारिश हुई और मौजूदा स्थिति अगले दो दिन तक बने रहने के आसार हैं।
दिल्ली में 14 दिसंबर से बढ़ जाएगी ठंड
दिल्ली और उत्तरप्रदेश के कई इलाकों में हल्की बारिश के आसार हैं। इसके बाद 13 दिसंबर से कोहरा छाया रहेगा। 13 दिसंबर को हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा रहेगा, तो वहीं 14 व 15 दिसंबर को घना कोहरा छा सकता है। 14 दिसंबर से ठंडी हवाएं दिल्ली में आने लगेंगी, इससे अधिकतम के साथ न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आना शुरू हो जाएगा। 14 से 16 दिसंबर तक दिन में अच्छी खासी ठंड महसूस हो सकती है।
लेह का तापमान शून्य से दस डिग्री नीचे लुढ़का
जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ का दवाब बना हुआ और पूरे जम्मू-कश्मीर में बादलों और सूर्य के बीच लुकाछिपी का खेल जारी है। शाम तक बादल और घने होने की संभावना है तो कुछ स्थानों पर बारिश और हल्की बर्फबारी की भी संभावना बनी हुई है।जम्मू-कश्मीर में फिलहाल मौसम तो साफ है लेकिन मरम्मत कार्यों के चलते जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग आज बंद किया हुआ है। दिन भर मौसम शुष्क रहने के बाद श्रीनगर, काजीकुंड, पहलगाम, कुकरनाग, भद्रवाह आदि क्षेत्रों में रात को हल्की बूंदाबांदी हुई। पहलगाम और गुलमर्ग का रात का तामपान शून्य से नीचे रहा वहीं। लेह की रात सबसे ठंडी रात रही। न्यूनतम तापमान लुढ़क कर -10.0 डिग्री सेल्सियस तक आ गया।
उत्तराखंड में केदारनाथ और बदरीनाथ समेत ऊंची चोटियों पर हिमपात
उत्तराखंड में मौसम ने करवट बदली। आज केदारनाथ और बदरीनाथ समेत ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ। वहीं, मौसम विभाग ने इसको लेकर यलो अलर्ट भी जारी किया हुआ है। इसके अलावा कहीं-कहीं आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में प्रदेश में अच्छी बर्फबारी देखने को मिली, लेकिन इसके बाद मौसम शुष्क बना हुआ है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में औसतन तीन से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक चल रहा है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया शुक्रवार से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। ऐसे में ओलावृष्टि के साथ ही बारिश और बर्फबारी संभव है।
बिहार में 15-16 को होगी बारिश, ठंड बढ़ेगी
बिहार में अभी कोहरे से राहत नहीं मिलेगी। सुबह 10 बजे तक ज्यादातर जिलों में घना कोहरा छाएगा। 15-16 दिसंबर को हल्की बारिश के आसार हैं। इसके बाद ही आसमान साफ होगा और रात के तापमान में कमी आएगीऔर इसके बाद ठंड बढ़ जाएगी।
राजस्थान में अभी ठंड कम
दिसंबर के 10 दिन गुजर गए, लेकिन राजस्थान में दिन-रात का तापमान कम नहीं हो रहा है। मौसम वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि ला-नीना के असर से इस बार जोरदार सर्दी पड़ेगी। अब एंटी साइक्लोन सिस्टम उत्तर से आने वाली ठंडी हवाओं को आगे बढ़ने से रोक रहा है, जिसकी वजह से पश्चिमी विक्षोभ पूरी तरह सक्रिय नहीं हो पा रहे हैं और राज्य में अभी ठंड नहीं बढ़ी है।
पंजाब में बारिश के बाद होगी शीतलहर
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण पंजाब के कई जिलों में अगले दो दिनों में बारिश होने की संभावना है।मौसम विभाग के मुताबिक पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर और नवांशहर में बारिश हो सकती है, 13 और 14 दिसंबर को धुंध और शीतलहर की शुरूआत हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री तक ऊपर चल रहा है।
हरियाणा में भी हो सकी है हल्की बारिश
अगले दो दिनों में हरियाणा के कई इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। इसके बाद पहाड़ों से ठंडक मैदानों की ओर तेजी से बढ़ेगी। 13 और 14 दिसंबर को कई इलाकों में गहरी से गहरी धुंध छा सकती है, जबकि 17 दिसंबर के बाद कड़ाके की सर्दी शुरू हो सकती है।
मौसम में बार-बार क्यों हो रहा बदलाव
बार-बार बदलते मौसम के बीच इस बार सर्दी के भी कई रंग देखने को मिल रहे हैं। समूचे उत्तर भारत में कोहरा देखने को मिल रहा है। मगर मजबूत पश्चिमी विक्षोभ नहीं होने से दिल्ली एवं आसपास सर्दी में भी गर्मी का अहसास हो रहा है, जबकि बिहार में लोग कंपकंपाती ठंड महसूस कर रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो देश के अलग-अलग हिस्सों की भौगौलिक स्थिति के साथ ही सर्दी की रंगत में बदलाव की और भी कई वजह हैं। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली -एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर इत्यादि राज्यों में हिमालय के पहाड़ी क्षेत्रों में सक्रिय रहने वाले पश्चिमी विक्षोभ का काफी असर पड़ता है। मजबूत पश्चिमी विक्षोभ से पहाड़ों पर तेज बारिश और बर्फबारी ही नहीं होती, बल्कि उत्तर पश्चिमी हवा के साथ नमी और ठंडक भी इन राज्यों में पहुंचती है। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ कमजोर हो या लगातार आते रहें तो फिर इनका असर कम हो जाता है। इसके विपरीत अगर पश्चिमी विक्षोभ रुक-रुककर आए तो खासा असर देखने को मिलता है। नवंबर में यही स्थिति रही तो ठंड भी अच्छी पड़ी, जबकि दिसंबर में ऐसा नहीं हो रहा है। ऐसे में सर्दी में भी गर्मी महसूस हो रही है।