हम चीन से लोहा लेने के लिए सरहद पर जाने को तैयार, पूर्व सैनिकों ने लिखा राष्ट्रपति को पत्र
पूर्व सैनिक एवं वेट्रन्स एसोसिएशन ऑफ इंदौर के पदाधिकारियों सहित करीब 50 पूर्व सैनिकों ने सांसद शंकर लालवानी को राष्ट्रपति के नाम लिखा पत्र सौंपा है।
इंदौर, राज्य ब्यूरो। इंदौर में रहने वाले सेना से सेवानिवृत्त पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखकर कहा है कि वे दुश्मन से लोहा लेने के लिए सरहद पर जाने को तैयार हैं। शुक्रवार को पूर्व सैनिक एवं वेट्रन्स एसोसिएशन ऑफ इंदौर के पदाधिकारियों सहित करीब 50 पूर्व सैनिकों ने सांसद शंकर लालवानी को राष्ट्रपति के नाम लिखा यह पत्र सौंपा है।
चीन से लोहा लेने के लिए पूर्व सैनिक बिना वेतन के काम पर लौटने को तैयार
एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ. एसएल शर्मा ने बताया कि राष्ट्रपति के नाम लिखे पत्र में सेना से सेवानिवृत्त लोगों के नाम और जिस यूनिट से वे सेवानिवृत्त हुए हैं, उसकी जानकारी दी गई है। कहा गया है कि वर्तमान में देश पर चीन का संकट मंडरा रहा है। ऐसी स्थिति में सभी पूर्व सैनिक अपने काम पर लौटने को तैयार हैं और इसके लिए उन्हें केंद्र सरकार से किसी भी तरह का वेतन नहीं चाहिए। गौरतलब है कि पूर्व सैनिक एवं वेट्रन्स एसोसिएशन ऑफ इंदौर में करीब 200 पूर्व सैनिक शामिल हैं।
विधायकी छोड़ी, मंत्री पद मिला नहीं और अब चुनाव जीतने की चुनौती
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल होने वाले 22 नेताओं में से 14 तो मंत्री बन गए, लेकिन आठ ऐसे हैं जिनकी विधायकी तो गई ही, मंत्री पद भी नहीं मिला। अब उन पर उपचुनाव जीतने की चुनौती अलग से आ गई है। विरोधी दल में आ जाने से इनकी राह इतनी आसान भी नहीं है।
मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार में सिंधिया के जिन समर्थकों को मंत्री बनने का अवसर नहीं मिला उनमें 2018 में कांग्रेस के टिकट पर अंबाह से चुनाव जीते कमलेश जाटव, अशोक नगर से जजपाल सिंह जज्जी, करेरा से जसवंत जाटव, ग्वालियर पूर्व से मुन्ना लाल गोयल, गोहद से रणवीर जाटव, भांडेर से रक्षा सरैनिया, मुरैना से रघुराज सिंह कंषाना और हाट पिपल्या से मनोज चौधरी हैं।