विशाखपत्तनम गैस लीक मामले में 12 आरोपियों की 5 अगस्त तक बढ़ी न्याययिक हिरासत
विशाखपत्तनम गैस लीक मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी आठ जुलाई को की गई थी और 22 जुलाई तक के लिए रिमांड पर भेज दिया गया था।
विशाखापट्टनम, एएनआइ। विशाखापत्तनम गैस लीक मामले में एलजी पॉलीमर्स के सीईओ और दो निदेशकों समेत 12 आरोपियों की न्यायिक हिरासत 5 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी iR है। पुलिस ने इस बात की जानकारी दी है।
मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी आठ जुलाई को की गई थी और 22 जुलाई तक के लिए रिमांड पर भेज दिया गया था। पुलिस ने 12 आरोपियों को मजिस्ट्रेट के सामने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया था। इसके बाद बुधवार को विशाखापत्तनम पुलिस ने उनकी रिमांड पर रहने की अवधि 5 अगस्त तक के लिए आगे बढ़ा दी है।
विशेष सीएस (ईएफएस एंड टी) नीरभ कुमार प्रसार की अध्यक्षता वाली उच्च शक्ति समिति ने, घटना के दो महीने बाद, जुलाई में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
बता दें कि दो महीने पहले, 7 मई को हुई इस घटना में 11 लोगों की मौत हो गई थी,वहीं हजारों लोग प्रभावित हुए थे। मामले में एलजी पॉलिमर प्रबंधन के खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे। इसके कुछ दिन बाद भी शहर की कई छोटी फैक्ट्रियों में रिसाव की खबरें सामने आई थीं। इसके बाद, 30 जून को परवाड़ा इलाके में सेनोर लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड की एक इकाई में बेंजिमिडाजोल गैस के रिसाव से दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी और चार अन्य प्रभावित हुए थी।
वहीं 14 जुलाई को विशाखापत्तनम के परवाड़ा इलाके में ही जेएन फार्मा सिटी में एक दवा कंपनी में आग लगने की घटना सामने आई थी। यह घटना देर रात तकरीबन साढ़े दस बजे हुई थी और इसमें 90 फीसद आग लग गई थी। उस वक्त तीन श्रमिक यहां काम कर रहे थे, जिनमें से एक घायल हो गया था। अधिकारियों के अनुसार, आग की लपटों को बुझाने के लिए दस फायर टेंडर (7 राज्य सरकार और 3 स्थानीय कंपनियों) को घटना स्थल पर भेजा गया था।