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उज्जैन के महाकाल मंदिर क्षेत्र में 170 कैमरों, 24 घंटे सुरक्षा, फिर भी कैसे खुलेआम घूम रहा था गैंगस्टर दुबे

गुरुवार सुबह उप्र के कुख्यात अपराधी विकास दुबे की गिरफ्तारी के समय भी यहां विभिन्न पॉइंटों पर सुरक्षाकर्मी तैनात थे इसके बाद भी विकास दुबे मास्क लगाकर खुलेआम घूम रहा था।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 06:15 AM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 06:15 AM (IST)
उज्जैन के  महाकाल मंदिर क्षेत्र में 170 कैमरों, 24 घंटे सुरक्षा, फिर भी कैसे खुलेआम घूम रहा था गैंगस्टर दुबे
उज्जैन के महाकाल मंदिर क्षेत्र में 170 कैमरों, 24 घंटे सुरक्षा, फिर भी कैसे खुलेआम घूम रहा था गैंगस्टर दुबे

उज्जैन, राज्‍य ब्‍यूरो। महाकाल मंदिर परिसर में 170 आधुनिक कैमरे लगे हैं। इसके अलावा यहां हर समय 60 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। गुरुवार सुबह उप्र के कुख्यात अपराधी विकास दुबे की गिरफ्तारी के समय भी यहां विभिन्न पॉइंटों पर सुरक्षाकर्मी तैनात थे, इसके बाद भी विकास दुबे मास्क लगाकर खुलेआम घूम रहा था। हालांकि दर्शन करने के बाद निर्गम द्वार से बाहर निकलते वक्त उसे सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया। 

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उज्जैन स्थित ज्योतिर्लिग महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता मानी जाती है। सिंहस्थ के दौरान यहां सुरक्षा की दृष्टि से कई काम हुए थे। आधुनिक कैमरे लगाने के साथ-साथ कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया था। यहां से पूरे मंदिर परिसर और आसपास के कुछ क्षेत्रों की निगरानी की जाती है। दुबे की गिरफ्तारी के समय भी कंट्रोल रूम में एक अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी दे रहे थे।

 

मंदिर पहुंचने के कई रास्ते 

महाकाल मंदिर पहुंचने के लिए उज्जैन में कई रास्ते हैं। इंदौर व देवास रोड से सीधे हरिफाटक ब्रिज होकर मंदिर पहुंचा जा सकता है। आगर व मक्सी रोड से आने वाले दर्शनार्थी देवास गेट चौराहा से तोपखाना होते हुए सीधे मंदिर पहुंचते हैं। रेलवे स्टेशन व देवास गेट बस स्टैंड से भी महाकाल मंदिर की दूरी महज दो किलोमीटर है। 

श्रावण में यह व्यवस्था

 महाकाल मंदिर में वर्तमान में पांच द्वारों से प्रवेश दिया जा रहा है। श्रावण मास में सामान्य व सशुल्क दर्शनार्थियों को शंख द्वार से प्रवेश दिया जा रहा है। वीवीआईपी महाकाल धर्मशाला के पीछे वाले द्वार से भीतर जा रहे हैं। मंदिर में प्रोटोकाल दर्शन की सुविधा भी उपलब्ध है। प्रोटोकाल के तहत पुलिस चौकी गेट से भक्तों को मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। इसके अलावा महाकाल धर्मशाला के पास से भी एक रास्ता है जहां से लोग भीतर प्रवेश कर रहे हैं।

प्री-बुकिंग की व्यवस्था पारदर्शी

लॉकडाउन के बाद केंद्र की गाइड लाइन के अनुसार आठ जून से मंदिर में भक्तों का प्रवेश शुरू हुआ है। मंदिर प्रशासन ने अग्रिम बुकिंग के आधार पर भक्तों को मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था सुनिश्चित की थी। यह व्यवस्था परदर्शी होने के साथ सुरक्षा की दृष्टि से भी कारगर है, क्योंकि प्री-बुकिंग के लिए भक्तों अपने स्मार्ट फोन से बुकिंग कराते हैं। इसमें पहचान पत्र अनिवार्य है। 250 के टिकट पर रविवार से प्रवेश शुरू किया

श्रावण मास शुरू होने के एक दिन पहले मंदिर प्रशासन ने आय की दृष्टि से 250 रपये के शीघ्र दर्शन टिकट पर मंदिर में सीधे प्रवेश की व्यवस्था लागू की है। इस व्यवस्था से भक्तों को बिना पूछताछ मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। इसी का लाभ उठाकर दुबे काउंटर से टिकट खरीदकर मंदिर में दाखिल हो गया। 


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