कर्नाटक के अस्पताल में सूअर घूमने का वीडियो वायरल, पशुपालक पर केस दर्ज करने का निर्देश
कर्नाटक के उत्तरी कलबुर्गी जिले के सरकारी अस्पताल में सूअरों के घूमने का वीडियो रविवार को वायरल हुआ है। सूअर मालिक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
बेंगलुरु, एजेंसियां। कर्नाटक के उत्तरी कलबुर्गी जिले के सरकारी अस्पताल में सूअरों के घूमने का वीडियो रविवार को वायरल हुआ है। एक अधिकारी ने घटना को वास्तविक बताते हुए कहा कि स्टाफ की कमी के कारण ऐसा हुआ है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलु ने अस्पताल प्रबंधन को सूअर मालिक के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है। जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया, 'अस्पताल का दरवाजा खुला रह गया था। जनरल वार्ड में भर्ती मरीज डस्टबिन में खाने-पीने की चीजें फेंक देते हैं। उन्हें खोजते हुए सूअर व उनके बच्चे अस्पताल में घुस आए थे। हालांकि, सूअर कोविड वार्ड में नहीं घुस पाए थे।'
अधिकारी ने कहा कि शहर में 15 जुलाई के बाद फिर से लॉकडाउन लागू किया गया है। इसके कारण अस्पताल परिसर की देखरेख करने वाले कर्मचारी नहीं आ पा रहे हैं। वायरल वीडियो दो-तीन दिन पहले का है। स्वास्थ्य मंत्री श्रीरामुलु ने कहा, अस्पताल प्रबंधन को सूअर मालिक के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिया गया है। इलाके के सूअरों को पकड़कर दूसरी जगह जगह भेज दिया गया है।
बता दें कि कर्नाटक में रविवार को कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 4,120 नए केस सामने आए जिसके साथ मरीजों की संख्या बढ़कर 63 हजार 772 हो गई है। मरने वालों का आंकड़ा भी 1,331 पर पहुंच गया है। नए मामलों में सबसे ज्यादा बेंगलुरु शहरी जिले में मिले 2,156 केस शामिल हैं। हालांकि, राज्य सरकार ने यहां लॉकडाउन बढ़ाने से इन्कार कर दिया है। तेलंगाना में 1,296 नए मामले सामने आए हैं और कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 45 हजार 76 हो गई है।
अस्पताल का वायरल वीडियो फर्जी निकला
बेंगलुरु, पीटीआइ। कोरोना संक्रमितों का इलाज करने वाले बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल की दुर्दशा दिखाने वाला वीडियो फर्जी निकला। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज करा दिया है। राज्य पुलिस के संयुक्त आयुक्त संदीप पाटिल ने ट्वीट किया, 'सरकार और समाज जबकि कोरोना से लड़ रहा है, कुछ लोग अफवाह फैलाकर लोगों में तनाव पैदा कर रहे हैं।' वीडियो में दिखाया गया है कि कुछ लोग मास्क पहने अस्पताल के कथित ओपीडी के बाहर खड़े हैं। एक व्यक्ति वीडियो बनाते हुए कहता है कि इससे अस्पतालकर्मियों को भी खतरा हो सकता है।