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VIDEO: भारतीय सेना के कुत्ते पसीने और मूत्र के नमूनों से कोविड-19 को जांचने का कर रहे ट्रायल

भारतीय सेना के कुत्ते पसीने और मूत्र के नमूनों को सूंघकर ये देंगे की कौन कोरोना वायरस से पीड़ित है। अभी देसी नस्ल के चिप्पीपरई डॉग्स जिनका नाम जया और मनी और एक विदेशी नस्ल के कोकर स्पैनियल डॉग जिसका नाम कैस्पर को ट्रेनिग दी है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Tue, 09 Feb 2021 03:00 PM (IST)Updated: Tue, 09 Feb 2021 03:00 PM (IST)
VIDEO: भारतीय सेना के कुत्ते पसीने और मूत्र के नमूनों से कोविड-19 को जांचने का कर रहे ट्रायल
VIDEO: भारतीय सेना के कुत्ते पसीने और मूत्र के नमूनों से कोविड-19 को जांचने का कर रहे ट्रायल

नई दिल्ली, एएनआइ। हाल में दुनिया कोरोना महामारी से पीड़ित रही। अभी भी दुनिया के कई स्थानों पर भारी क्षति कोरोना वायरस से हो रही है। हालांकि, काफी हद तक भारत की कोविड-19 से लड़ाई सफल रही है। भारत में अब पहले के मुकाबले कम मामले सामने आ रहे हैं और लोगों को अच्छा इलाज मिलने से मौतों में भी कमी आई है। वहीं, कोविड से हर कोई प्रभावित हुआ, देश के जवानों को भी इस दौरान नुकसान झेलना पड़ा। भारतीय सेना ने अपने जवानों को कोरोना से बचाने के लिए कई गाइडलाइन के तहत एहतियात भी बरती। बावजूद उसके मामले सामने आए। हालांकि, अब सेना ने अपने डॉग स्केवडर्न को भी कोरोना की पहचान करने के लिए तैयार किया है। भारतीय सेना के कुत्ते पसीने और मूत्र के नमूनों को सूंघकर ये देंगे की कौन कोरोना वायरस से पीड़ित है। 

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ट्रेनर कर्नल सुरेंद्र सैनी ने बताया कि भारतीय सेना के कुत्तों ने पसीने और मूत्र के नमूनों का उपयोग करके COVID19 का पता लगाने के लिए प्रशिक्षित किया। अभी देसी नस्ल के चिप्पीपरई डॉग्स जिनका नाम जया और मनी और एक विदेशी नस्ल के कोकर स्पैनियल डॉग जिसका नाम कैस्पर को ट्रेनिग दी है। इन कुत्तों द्वारा ट्रायल में अच्छा काम किया गया। बताया गया कि अब तक परीक्षण किए गए नमूनों के आंकड़ों के आधार पर, 95% से अधिक सफलता मिली है।

कर्नल ने बताया, इन कुत्तों जो सैंपल सुंघाया जाता है उसे सबसे पहले अल्ट्रा वायलेट लाइट से गुजारा जाता है ताकी उसकी सतह पर मौजूद वायरस खत्म हो जाए और डेड टिश्यु के जरिए ये डॉग्स कोरोना को डिटेक्ट करते है। इससे कुत्तों को भी खतरा नहीं है। बताया गया कि सबसे पहले डॉग ट्रेनर ने कुछ सैंपलो को जिसमें नेगेटिव और पॉजिटिव सैंपल थे, को अलग अलग डिब्बों में रखा और फिर कुछ सैंकेड में डॉग ने इसे सूंघ कर बाता दिया कि किस डिब्बे में पॉजिटिव सैंपल हैं।

भारतीय सेना के कुत्ते कैस्पर को ट्रायल के दौरान देखा जा सकता है। इस दौरान देसी नस्ल के चिप्पीपरई डॉग्स जया और मनी भी मौजूद हैं।


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