गोवा-महाराष्ट्र सीमा पर वाहनों की जांच शुरू हुई, सुरक्षा-व्यवस्था की चूक का वीडियो हुआ था वायरल
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने अपने बयानों में बार-बार कहा है कि महाराष्ट्र और केरल में कोविड के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर राज्य को सतर्क रहने की जरूरत है। हालांकि जमीनी स्तर पर कोविड को लेकर ध्यान नहीं रखा जा रहा है।
पणजी, आइएएनएस। हाल ही में एक वीडिया वायरल हुई थी, जिसमें NH-17 पर गोवा-महाराष्ट्र सीमा पर राज्य के पत्रदेवी रोड चेकपोस्ट पर प्रवेश के दौरान किसी भी तरह का प्रोटोकाल देखने को नहीं मिला। अब वीडियो वायरस होने के दो दिन बाद, उत्तरी गोवा के जिला मजिस्ट्रेट ने बुधवार को सभी वाहनों, विशेष रूप से यात्री बसों की जांच अनिवार्य करने का आदेश जारी कर दिया है।
उत्तरी गोवा के जिला मजिस्ट्रेट अजीत राय ने अपने आदेश में कहा, 'यह देखा गया है कि पत्रादेवी सीमा जांच चौकी पर कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन नहीं किया जा रहा है। इस संबंध में, उक्त महामारी के प्रसार को रोकने के लिए, निम्नलिखित उपाय किए गए हैं; सीआरपीसी, 1973 की धारा 144 के आदेश के अनुसार सभी वाहनों विशेष रूप से बस यात्रियों की अनिवार्य जांच की जाए।'
अंतरराज्यीय सड़क सीमा पर तैनात पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है कि वे सभी बसों और यात्रियों का विवरण 'रोजाना रजिस्टर' में दर्ज करें, जबकि चेकपोस्ट की 'समग्र निगरानी' पर भी जोर दिया जाए।
इस हफ्ते की शुरुआत में, आम आदमी पार्टी ने चेकपोस्ट का एक वीडियो शूट किया था, जिसमें दिखाया गया था कि बसों को बिना किसी जांच के कोविड नकारात्मक या टीकाकरण पूर्णता प्रमाण पत्र के राज्य में प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही थी, जो राज्य में प्रवेश के लिए अनिवार्य हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने अपने बयानों में बार-बार कहा है कि महाराष्ट्र और केरल में कोविड के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर राज्य को सतर्क रहने की जरूरत है।