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राहुल को गहलोत और पायलट दोनों पर ही भरोसा नहीं : वसुंधरा राजे

राजे ने कहा-कांग्रेस के नेता तो मुझ पर सवाल उठाते आए हैं कि मैं मंदिर बहुत जाती हूं। चलो अच्छा है भाजपा ने राहुल को मंदिर जाना तो सिखा दिया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 09 Aug 2018 11:19 PM (IST)Updated: Thu, 09 Aug 2018 11:19 PM (IST)
राहुल को गहलोत और पायलट दोनों पर ही भरोसा नहीं : वसुंधरा राजे
राहुल को गहलोत और पायलट दोनों पर ही भरोसा नहीं : वसुंधरा राजे

 नई दुनिया, जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गुरुवार को राजस्थान गौरव यात्रा के छठे दिन प्रदेश कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मंदिर दर्शन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को राजस्थान में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट और राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत दोनों पर ही भरोसा नहीं है, इसीलिए कांग्रेस राहुल गांधी के चेहरे पर चुनाव लड़ रही है। राहुल के मंदिर दर्शन पर राजे ने कहा कि अच्छी बात है कि कांग्रेस ने हमसे कुछ तो सीखा।

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गुरुवार को राजे की यात्रा राजस्थान के प्रतापगढ़ और चित्तौड़गढ़ जिलों के विभिन्न क्षेत्रों से होकर गुजरी। यहां छोटी सादड़ी में हुई जनसभा में राजे ने राजस्थान कांग्रेस में चल रही वर्चस्व की लड़ाई पर कहा कि अशोक गहलोत, सचिन पायलट और सीपी जोशी के नामों को नकारते हुए राहुल गांधी ने खुद को ही कांग्रेस का चुनावी चेहरा घोषित कर दिया है। इससे स्पष्ट है कि राजस्थान कांग्रेस में कोई काबिल चेहरा ही नहीं है। यह भी साफ हो गया है कि कांग्रेस भाजपा से बुरी तरह घबरा गई है और हार के डर से उसने राहुल को राजस्थान चुनाव का चेहरा बनाया है, लेकिन कांग्रेस को यहां कामयाबी मिलने वाली नहीं है।

राजे ने कहा कि यह वही राहुल हैं, जो एक बार मोटरसाइकिल पर सवार होकर मध्य प्रदेश के लिए निकले तो निम्बाहेड़ा को ही मप्र समझकर सभा करने लग गए। किसी ने बताया, सर ये मप्र नहीं, राजस्थान है। अब बताओ, क्या ऐसा नेता राज्य में चुनाव लड़ेगा, जिसको पता नहीं कि निम्बाहेड़ा, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, झालावाड़ और कोटा कहां व किस दिशा में हैं।

चुनाव के वक्त ही याद आए राहुल को मंदिर

राजे ने कहा कि राहुल गांधी 11 अगस्त को जयपुर आ रहे हैं। वह गोविंद देवजी और मोती डूंगरी गणेश जी के दर्शन करेंगे। यह अच्छी बात है, लेकिन चुनाव के वक्त राहुल को गोविंद देवजी और मोती डूंगरी गणेश जी क्यों याद आ रहे हैं। वह पहले भी तो कई बार जयपुर आ चुके हैं।

उनकी तो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में ताजपोशी भी जयपुर में ही हुई थी। तब तो वह किसी मंदिर में नहीं गए। राजे ने कहा-'कांग्रेस के नेता तो मुझ पर सवाल उठाते आए हैं कि मैं मंदिर बहुत जाती हूं। चलो अच्छा है भाजपा ने राहुल को मंदिर जाना तो सिखा दिया।' राजे ने कहा कि बार-बार सरकारें बदलने से प्रदेश का विकास बाधित होता है, इसलिए भाजपा की सरकार दोबारा बनाकर प्रदेश के विकास में अपना योगदान दें।


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