Move to Jagran APP

समय से पहले पूरा हो सकता है संपूर्ण टीकाकरण अभियान, मुहिम में तेजी से जगी उम्मीद, वैक्सीनेशन का आंकड़ा 64 करोड़ के पार

कोरोना टीकाकरण की बढ़ी रफ्तार ने समय से पहले संपूर्ण टीकाकरण की उम्मीद बढ़ा दी है। सोमवार तक देश में वैक्सीन की 64 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं। 31 दिसंबर तक 94 करोड़ वयस्कों को कुल 188 करोड़ डोज उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 30 Aug 2021 08:53 PM (IST)Updated: Tue, 31 Aug 2021 12:11 AM (IST)
समय से पहले पूरा हो सकता है संपूर्ण टीकाकरण अभियान, मुहिम में तेजी से जगी उम्मीद, वैक्सीनेशन का आंकड़ा 64 करोड़ के पार
कोरोना टीकाकरण की बढ़ी रफ्तार ने समय से पहले संपूर्ण टीकाकरण की उम्मीद बढ़ा दी है।

नीलू रंजन, नई दिल्ली। कोरोना टीकाकरण की बढ़ी रफ्तार ने समय से पहले संपूर्ण टीकाकरण की उम्मीद बढ़ा दी है। सोमवार तक देश में वैक्सीन की 64 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं। 31 दिसंबर तक 94 करोड़ वयस्कों को कुल 188 करोड़ डोज उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों को उम्मीद है कि वैक्सीन की बढ़ी सप्लाई से इस लक्ष्य को समय से पहले ही हासिल कर लिया जाएगा। समय से पहले टीकाकरण के लक्ष्य के हासिल करने के पीछे अगस्त महीने में वैक्सीन की बढ़ी हुई सप्लाई है।

loksabha election banner

एक दिन में टीकाकरण का भी रिकार्ड बना  

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगस्त महीने में सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक दोनों से लगभग 18 करोड़ डोज सप्लाई का अनुमान था। दोनों कंपनियों ने अनुमान से दो करोड़ डोज अधिक की सप्लाई सुनिश्चित कर दी। इसके बदौलत एक से 30 अगस्त के बीच वैक्सीन की 17 करोड़ से अधिक डोज लगाने में सफलता मिली है। टीके की बढ़ी उपलब्धता के बल पर देश में एक दिन में एक करोड़ से अधिक डोज लगाने का रिकार्ड भी बना।

राज्‍यों के पास बची हैं पांच करोड़ डोज  

सबसे बड़ी बात यह है कि इतनी डोज लगाये जाने के बाद भी राज्यों के पास लगभग पांच करोड़ डोज बची हुई हैं। जबकि जुलाई महीने में कुल 13.45 करोड़ डोज दी जा सकी थीं। स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार टीकाकरण अभियान में सितंबर का महीना अहम साबित हो सकता है। भारत बायोटेक के अंकलेश्वर प्लांट से टीके की सप्लाई शुरू हो गई है। इसके साथ ही उसकी बेंगलुरु इकाई पूरी क्षमता से काम कर रही है।

जायडस कैडिला की वैक्सीन ने भी जगाई उम्‍मीदें 

वहीं जायडस कैडिला की वैक्सीन की इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मिलने से उसे भी टीकाकरण अभियान में शामिल किया जा सकता है। वैसे ज्यादा उम्मीद है कि जायडस कैडिला की वैक्सीन से गंभीर बीमारियों से ग्रसित बच्चों का टीकाकरण शुरू किया जाएगा। इसके लिए नेशनल टेक्नीकल एडवाइजरी ग्रुफ आन इम्युनाइजेशन (एनटागी) की अनुसंशा का इंतजार किया जा रहा है। अनुशंसा मिलने के बाद इस संबंध में कदम उठाए जाएंगे।

शुरू हो सकती है 25 करोड़ से अधिक डोज की सप्लाई

स्वास्थ्य मंत्रालय का मानना है कि भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट से सितंबर महीने में 25 करोड़ से अधिक डोज की सप्लाई हो सकती है। इससे देश में सितंबर के अंत तक 90 करोड़ से अधिक डोज लगाने का आंकड़ा पार सकता है। इसके बाद संपूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने के लिए अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के तीन महीने में 100 करोड़ से कम डोज लगाने की जरूरत पड़ेगी, जबकि वैक्सीन की सप्लाई इससे कहीं ज्यादा होने का अनुमान है।

बायोलाजिकल ई भी दे सकती है आवेदन

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सितंबर महीने में बायोलाजिकल ई कंपनी अपनी वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत के लिए आवेदन कर सकता है। उसकी वैक्सीन की इजाजत मिलने के बाद अक्टूबर से वैक्सीन की सप्लाई में तेज बढ़ोतरी हो सकती है। केंद्र सरकार पहले ही बायोलॉजिकल ई को 30 करोड़ डोज का एडवांस दे चुकी है। कंपनी ने दिसंबर तक इसे सप्लाई करने का वायदा भी किया है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सभी तैयारियों को देखते हुए अक्टूबर महीने से प्रतिदिन एक से डेढ़ करोड़ डोज के बीच सप्लाई की उम्मीद की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.