देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था रहा यूपी फिसलकर पहुंचा चौथे पायदान पर
देश में पांच सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था- महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक हैं।
हरिकिशन शर्मा, नई दिल्ली। सरकार भले ही उत्तर प्रदेश को एक लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना चाह रही हो, लेकिन हकीकत यह है कि यूपी दूसरे राज्यों के मुकाबले पिछड़ता जा रहा है। कुछ वर्ष पहले तक देश की दूसरी सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था रहा उत्तर प्रदेश लगातार पिछड़ते हुए अब चौथे पायदान पर आ गया है। करीब सात साल पहले तमिलनाडु ने यूपी को पछाड़कर तीसरे स्थान पर धकेल दिया था, लेकिन सभी राज्यों के उपलब्ध ताजा आंकड़ों में गुजरात ने आगे बढ़ते हुए उसे चौथे नंबर पर खिसका दिया है।
केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2016-17 में जीएसडीपी (ग्रॉस स्टेट डोमेस्टिक प्रोडेक्ट) के आकार के हिसाब से देश में पांच सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था- महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक हैं। ये आंकड़े आधार वर्ष 2011-12 पर स्थिर मूल्यों के रूप में दिए गए हैं।
इन आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2016-17 में 18.26 लाख करोड़ रुपये के जीएसडीपी के साथ महाराष्ट्र देश में सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था है जबकि तमिलनाडु 10.09 लाख करोड़ रुपये जीएसडीपी के साथ दूसरे नंबर पर है। वहीं 9.84 लाख करोड़ रुपये जीएसडीपी के साथ गुजरात तीसरी तथा 9.74 लाख करोड़ रुपये जीएसडीपी के साथ यूपी चौथी और 8.95 लाख करोड़ रुपये जीएसडीपी के साथ कर्नाटक पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है।
खास बात यह है कि वित्त वर्ष 2016-17 में ही गुजरात ने यूपी को पीछे छोड़ा है। इससे पूर्व यूपी तीसरे नंबर पर तथा गुजरात चौथे नंबर पर था। उल्लेखनीय है कि 1980-81 में महाराष्ट्र के बाद उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था था लेकिन 2010-11 में तमिलनाडु ने इसे पछाड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल कर लिया। इसके बाद 2016-17 में यूपी एक पायदान और खिसक कर चौथे नंबर पर पहुंच गया है। जबकि 2015-16 में यूपी इस सूची में गुजरात से आगे था। इसी तरह अस्सी के दशक में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था रहा पश्चिम बंगाल अब फिसलकर सातवें नंबर पर आ गया है।
जीएसडीपी किसी भी राज्य में एक वर्ष में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं का मूल्य होता है और इसके आकार से ही पता चलता है कि उस प्रदेश की अर्थव्यवस्था कितनी बड़ी है। ऐसे में यदि किसी राज्य का जीएसडीपी तेजी से नहीं बढ़ता है तो वहां की प्रति व्यक्ति आय भी कम रहती है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में कहा था कि यूपी एक लाख करोड़ डालर (लगभग 73 लाख करोड़ रुपये) की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। ऐसे में यूपी को यह लक्ष्य हासिल करने के लिए विकास दर को तेज करना होगा।
सभी राज्यों के संबंध में जीएसडीपी के ताजा आंकड़े सिर्फ 2016-17 तक के उपलब्ध हैं। वित्त वर्ष 2017-18 के लिए दर्जनभर से अधिक राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों ने उनके जीएसडीपी के आंकड़े मंत्रालय के पास नहीं भेजे हैं।
वित्त वर्ष 2016-17 में 10 सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था
राज्य जीएसडीपी (करोड़ रुपये)
1. महाराष्ट्र 18,26,296
2. तमिलनाडु 10,09,145
3. गुजरात 9,84,453
4. उत्तर प्रदेश 9,74,120
5. कर्नाटक 8,95,080
6. पश्चिम बंगाल 6,09,545
7. राजस्थान 5,58,144
8. आंध्र प्रदेश 5,46,104
9. दिल्ली 5,14,871
10. तेलंगाना 5,11,482
(जीएसडीपी के आंकड़े आधार वर्ष 2011-12 पर स्थिर मूल्यों पर हैं)।