केंद्रीय मंत्री ने कहा- सरकार अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने पर 15 जुलाई तक लेगी फैसला
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर कुछ राज्यों ने जहां उड़ानों की संख्या घटाने की मांग की वहीं कुछ राज्य उड़ानों की संख्या बढ़ाए जाने के पक्ष में हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। घरेलू हवाई यातायात 50 से 55 फीसद के स्तर पर पहुंचने के बाद ही सरकार अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने पर विचार करेगी। यह स्थिति जुलाई के मध्य तक आ सकती है। इसके अलावा हवाई किराए पर सरकार द्वारा निर्धारित की गई उच्चतम और निम्नतम सीमा 24 अगस्त के बाद भी लागू रह सकती है। यह जानकारी शनिवार को नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी और नागरिक उड्डयन सचिव पीएस खरोला ने एक प्रेस कांफ्रेंस में दी।
मंत्री ने कहा- सरकार अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने पर 15 जुलाई तक करेगी फैसला
नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि सरकार अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने पर 15 जुलाई तक कोई फैसला करेगी जब घरेलू हवाई यातायात कोरोना पूर्व की स्थिति 50-55 फीसद के स्तर पर पहुंच जाएगा। इसका आशय है कि प्रतिदिन 1.5 से 1.6 लाख यात्री सफर करना शुरू कर देंगे। अंतराराष्ट्रीय उड़ानों के लिए हम ये भी देखेंगे कि कितने देश हमारे यात्रियों के लिए अपनी सीमाएं खोलते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि साल के अंत तक देश में घरेलू हवाई यातायात कोरोना पूर्व की स्थिति में पहुंच जाएगा और सभी 640 नियमित कामर्शियल उड़ानें चालू हो जाएंगी।
उड्डयन मंत्री ने कहा- हम घरेलू उड़ानों को संख्या बढ़ा सकते हैं
उड्डयन मंत्री ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में हम घरेलू उड़ानों को संख्या बढ़ा सकते हैं। फिलहाल अभी कोरोना पूर्व क्षमता की मात्र 33 फीसद उड़ानों का ही संचालन हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ राज्यों ने जहां उड़ानों की संख्या घटाने की मांग की वहीं कुछ राज्य उड़ानों की संख्या बढ़ाए जाने के पक्ष में हैं।
उन्होंने कहा कि विदेश में फंसे लोगों को लाने के लिए चलाए गए वंदे भारत अभियान के तीसरे और चौथे चरण में निजी घरेलू एयरलाइंस को भी 750 उड़ानें संचालित करने का मौका दिया गया।
उड्डयन सचिव खरोला ने कहा- किराए की घोषित दरें तीन माह तक के लिए हैं
इस मौके पर उड्डयन सचिव पीएस खरोला ने कहा कि डीजीसीए द्वारा 21 मई को घोषित किराए की दरें तीन माह तक के लिए हैं। हालात में सुधार न होने पर ये दरें आगे भी (24 अगस्त के बाद) लागू रह सकती हैं।
कोरोना के चलते दो माह बंद रही हवाई यातायात 25 मई से फिर से चालू
उल्लेखनीय सरकार ने कोरोना के कारण लगभग दो माह बंद रहे हवाई यातायात को 25 मई से फिर से चालू किया है। सरकार ने उड़ान के समय के आधार पर अधिकतम और न्यूनतम किराए की दरें लागू की हैं। 21 मई को जारी आदेश में यह नियम तीन माह तक के लिए लागू होने की बात कही गई थी।
40 मिनट की उड़ान के लिए न्यूनतम दो हजार और अधिकतम छह हजार
हवाई यातायात की नियामक संस्था नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 21 मई को उड़ानों के समय के आधार पर न्यूनतम और उच्चतम किराए की दरें निर्धारित की थीं। इसके अनुसार 40 मिनट की उड़ान के लिए न्यूनतम दो हजार और अधिकतम छह हजार, 40 से 60 मिनट की उड़ान के लिए न्यूनतम 2500 और अधिकतम 7500, 60 से 90 मिनट की उड़ान के लिए न्यूनतम तीन हजार और अधिकतम नौ हजार, 90 से 120 मिनट की उड़ान के लिए 3500 न्यूनतम और अधिकतम दस हजार रुपये किराया होगा। इसी तरह 120 मिनट से 150 मिनट की उड़ान के लिए न्यूनतम 4500 और अधिकतम 13 हजार और 150 से 180 मिनट की उड़ान के लिए न्यूनतम 5,500 से 15,700 रुपये किराया तय किया गया।