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ऑक्‍सीजन आपूर्ति बढ़ाने के लिए चौतरफा कवायद, सरकार और उद्योग जगत के साथ सेना ने भी मिलाए हाथ

देश भर में ऑक्‍सीजन के लिए हाहाकार मचा दिया है उसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने इस जीवन रक्षक गैस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। रेल और हवाई मार्ग के बाद सेना को भी ऑपरेशन ऑक्‍सीजन में उतार दिया गया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 11:44 PM (IST)Updated: Sat, 24 Apr 2021 06:56 AM (IST)
ऑक्‍सीजन आपूर्ति बढ़ाने के लिए चौतरफा कवायद, सरकार और उद्योग जगत के साथ सेना ने भी मिलाए हाथ
केंद्र सरकार ने मेडिकल ऑक्‍सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते मामलों ने जिस तरह से देश भर में ऑक्‍सीजन के लिए हाहाकार मचा दिया है उसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने इस जीवन रक्षक गैस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। रेल और हवाई मार्ग के बाद सेना को भी ऑपरेशन ऑक्‍सीजन में उतार दिया गया है। देश के भीतर ऑक्‍सीजन के आवागमन की राह की बाधाएं शुक्रवार को काफी कम हो गई और विदेशों से ऑक्‍सीजन लेने की प्रक्रिया भी शुरू गई है।

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लगा दें पूरी ताकत

वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के प्रमुख ऑक्‍सीजन उत्पादकों के साथ बैठक की और उनसे उत्पादन बढ़ाने का आग्रह किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सप्लाई चेन में किसी तरह की बाधा न आने को लेकर राज्यों को पत्र लिखा। ऑक्‍सीजन बनाने वाली प्रमुख कंपनियों के साथ वर्चुअल बैठक में पीएम मोदी ने आग्रह किया कि उद्योग जगत ऑक्‍सीजन बनाने की अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करे।

पीएम मोदी ने दिए ये निर्देश

पीएम मोदी ने यह संकेत दिया कि आने वाले दिनों में ऑक्‍सीजन की मांग और बढ़ सकती है जिसे पूरा करने में उद्योग जगत अहम भूमिका निभा सकता है। पीएम मोदी ने ऑक्‍सीजन के साथ ही ऑक्‍सीजन सिलेंडर के निर्माण को भी तेज करने को कहा है। इसके लिए उन्होने दूसरे गैस की ढुलाई में लगने वाले सिलेंडर का इस्तेमाल ऑक्‍सीजन सप्लाई में करने को कहा।

कंपनियों से तालमेल की जरूरत बताई

पीएम मोदी ने कहा कि यह समय सिर्फ चुनौतियों से लड़ने का ही नहीं, बल्कि इन चुनौतियों का कम समय में समाधान निकालने का भी है। यह काम सरकार और ऑक्‍सीजन उत्पादक कंपनियों के बीच बेहतर सामंजस्य से किया जा सकता है। इस काम में उद्योग जगत को पूरी मदद के आश्वासन के साथ ही उन्होंने सरकार के आग्रह पर पिछले कुछ हफ्तों में ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ाने के लिए उद्योग जगत को धन्यवाद भी कहा।

बैठक में ये दिग्‍गज रहे मौजूद

इस बैठक में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, सेल की प्रमुख सोमा मंडल, जेएसडब्ल्यू के सज्जन जिंदल, टाटा स्टील के नरेंद्रन, जेएसपीएल के नवीन जिंदल, लिंडे के एम. बनर्जी, इनॉक्स के सिद्धार्थ जैन, एयर वाटर जमशेदपुर के नोरियो शिबुया, नेशनल आक्सीजन लिमिटेड के आर के सराफ, आल इंडिया इंडस्ट्रियल गैसेस मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन के साकेत टिकू शामिल थे।

कंपनियां उत्पादन बढ़ाने को तैयार

बैठक के बाद जेएसपीएल के नवीन जिंदल ने कहा है कि सभी कंपनियां ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ाने को तैयार हैं। एक समस्या यह है कि कंपनियों के पास ऑक्सीजन गैस फार्म में होता है जबकि दूसरी जगह ले जाने के लिए इसे लिक्विड में बदलना होता है। इसमें समय लगता है।

ऑक्सीजन टैंकर को एंबुलेंस का दर्जा मिले

जिंदल ने ऑक्सीजन ढुलाई में लगे टैंकरों को एंबुलेंस का दर्जा देने की मांग की है और उम्मीद जताई कि सरकार व निजी क्षेत्र के सहयोग से अगले दो से तीन दिनों में देश में ऑक्सीजन आपूर्ति में काफी सुधार हो सकता है। कंपनियों ने यह भी आश्वासन दिया कि भले ही उन्हें स्टील उत्पादन की गति धीमी करनी पड़े लेकिन वह देश में ऑक्सीजन की कमी नहीं होने देंगे। फिलहाल परेशानी यह है कि ऑक्सीजन का उत्पादन पूर्वी राज्यों में ज्यादा है जबकि उसकी मांग पश्चिमी और उत्तरी राज्यों से हो रही है।

सप्लाई चेन सुधारने की कोशिश

ऑक्सीजन की सप्लाई चेन दुरुस्त करने के भी इंतजाम हो रहे हैं। अमित शाह ने राज्यों को लिखे पत्र में अपने यहां के सभी ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट की सूची तैयार करने को कहा है। साथ ही बंद पड़ी इकाइयों को चालू करने की संभावनाएं भी तलाशने की सलाह दी है, ताकि ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाई जा सके।

खाली कंटेनर पहुंचा रही वायु सेना

केंद्र सरकार के निर्देश पर भारतीय वायु सेना के दो विमान को क्रायोजेनिक आक्सीजन कंटेनर्स को पहुंचाने का शुरू कर दिया है। ट्रेन के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए शुरू कई ऑक्सीजन एक्सप्रेस का विस्तार भी अगले एक दो दिनों के भीतर कर दिया जाएगा। 


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