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चीन के जासूसी नेटवर्क की होगी जांच, केंद्र ने झेन्‍हुआ डाटा लीक मामले में गठित की विशेषज्ञों की समिति, 30 दिन में देगी रिपोर्ट

सरकार ने चीनी फर्म झेन्‍हुआ डाटा द्वारा दिग्‍गज राजनेताओं चर्चित हस्तियों समेत कई भारतीय नागरिकों की जासूसी के मामले की जांच के लिए विशेषज्ञ समिति का गठन किया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 09:37 PM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 06:29 AM (IST)
चीन के जासूसी नेटवर्क की होगी जांच, केंद्र ने झेन्‍हुआ डाटा लीक मामले में गठित की विशेषज्ञों की समिति, 30 दिन में देगी रिपोर्ट
चीन के जासूसी नेटवर्क की होगी जांच, केंद्र ने झेन्‍हुआ डाटा लीक मामले में गठित की विशेषज्ञों की समिति, 30 दिन में देगी रिपोर्ट

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। चीन के जासूसी नेटवर्क के बारे में सामने आई रिपोर्टों पर केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। सरकार ने चीनी फर्म झेन्‍हुआ डाटा (Zhenhua data) द्वारा दिग्‍गज राजनेताओं, चर्चित हस्तियों समेत कई भारतीय नागरिकों की जासूसी के मामले में जांच के लिए नेशनल साइबर सिक्योरिटी को-ऑर्डिनेटर (National Cyber Security Coordinator) की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है। 

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यह कमेटी चीन के जासूसी नेटवर्क 'झेन्‍हुआ डाटा लीक' (Zhenhua data leak) मामले में सामने आई रिपोर्टों का अध्‍ययन करेंगी और कानून के उल्लंघन का आकलन करके 30 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी। सूत्रों ने बताया कि विशेषज्ञ समूह जासूसी के दावों की जांच करेगा और यह पता लगाएगा कि इसमें मामले में कानून का उल्लंघन हुआ है या नहीं। समूह को 30 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपनी है। 

सूत्रों ने बताया कि भारत सरकार उन रिपोर्टों को लेकर सजग है जिनमें कहा गया है कि विदेशी कंपनी भारतीय नागरिकों की जानकारी के बिना उनके निजी डाटा चुराए जाने की खबरों को लेकर बहुत गंभीर है। सरकार भारतीय नागरिकों के निजी डेटा की सुरक्षा के मसले पर सजग है। सूत्रों ने यह भी बताया कि विदेश मंत्रालय ने चीनी कंपनी झेन्‍हुआ डाटा इंफॉरमेशन टेक्‍नॉलजी कंपनी लिमिटेड द्वारा जासूसी के मामले को चीनी राजदूत के ममक्ष भी उठाया। 

इस मामले में चीन ने बेहद बचकाना और गैर जिम्‍मेदाराना बयान दिया है। चीन ने कहा है कि झेनहुआ एक निजी कंपनी है और दुनिया के सामने सार्वजनिक रूप से अपनी स्थिति को पहले ही बता देती है। उल्लेखनीय है कि एक रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन की डेटा कंपनी ने कथित तौर पर भारत की दिग्‍गज हस्तियों की जासूसी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस कंपनी का संबंध चीनी सरकार से है।

चीनी कंपनियों पर पहले भी डेटा चुराने के आरोप लगते रहे हैं। राज्यसभा में बुधवार को कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने चीनी कंपनियों द्वारा भारतीयों की जासूसी के मामले पर केंद्र सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। कांग्रेस ने दोनों सदनों में यह मुद्दा उठाया।

लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कोरोना वायरस फैलाने के पीछे चीन का हाथ था। उसके बाद सीमा पर आक्रामकता और अब डिजिटल मोर्चे पर चीन ऐसे कदम उठा रहा है। क्या सरकार को नहीं पता है कि हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में है। उन्होंने आइटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद से अनुरोध किया इस नए संकट से निपटने के लिए देश में एक मजबूत फायरवाल तैयार हो।


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