राजग में लोजपा की वापसी तय
राम विलास पासवान की पार्टी लोजपा की राजग में वापसी तय मानी जा रही है। भाजपा और लोजपा के बीच पांच संसदीय सीटों पर सहमति बन गई है। दो और सीटों को लेकर चर्चा जारी है। माना जा रहा है कि बुधवार को इस पर फैसला हो जाएगा और इसके अगले दिन गुरुवार को गठबंधन की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी। गुरुवार को भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी भी दिल्ली में मौजूद रहेंगे। हालांकि इस बीच कांग्रेस की ओर से पासवान को साधने की कोशिशें भी तेज हो गई है।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। राम विलास पासवान की पार्टी लोजपा की राजग में वापसी तय मानी जा रही है। भाजपा और लोजपा के बीच पांच संसदीय सीटों पर सहमति बन गई है। दो और सीटों को लेकर चर्चा जारी है। माना जा रहा है कि बुधवार को इस पर फैसला हो जाएगा और इसके अगले दिन गुरुवार को गठबंधन की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी। गुरुवार को भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी भी दिल्ली में मौजूद रहेंगे। हालांकि इस बीच कांग्रेस की ओर से पासवान को साधने की कोशिशें भी तेज हो गई है।
लोकसभा चुनाव के लिहाज से फिलहाल बिहार ही राजनीति का केंद्र बन गया है। राजद और जदयू के बीच जहां घमासान मचा है वहीं भाजपा ने प्रदेश के नेताओं में भी सर्वसम्मति बनाकर लोजपा को साथ जोड़ने की कवायद तेज कर दी। मंगलवार को दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने संगठन मंत्री सौदान सिंह, प्रभारी धर्मेद्र प्रधान, सांसद रविशंकर प्रसाद, शाहनवाज हुसैन, राजीव प्रताप रूड़ी, सुशील मोदी, मंगल पांडे और नंद किशोर यादव के साथ बैठक कर हर पहलू पर चर्चा की। बाद में एक-एक कर उन नेताओं को बुलाया गया, जो लोजपा के साथ हो रहे गठबंधन के खिलाफ है। इसमें अश्विनी चौबे, अमरेंद्र प्रताप, सीपी ठाकुर जैसे नेता शामिल थे। बताया जा रहा है कि उनमें से अधिकतर नेता भी गठबंधन के लिए राजी हो गए हैं।
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दूसरी तरफ लोजपा नेताओं को हाजीपुर, समस्तीपुर, जमुई, मुंगेर और खगड़िया सीटे देने का प्रस्ताव दिया गया है। बताते हैं कि आरा को लेकर लोजपा की ओर से काफी दबाव है। लेकिन भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि उसके बदले वैशाली या झंझारपुर सीट ले सकते हैं। औरंगाबाद सीट भी दी जा सकती है लेकिन भाजपा चाहती है कि उस सीट से लोजपा जदयू के सांसद सुशील सिंह को टिकट दे। दरअसल सुशील भाजपा में आना चाहते हैं। जाहिर है कि कुछ सीटों को लेकर अभी दोनों दलों के बीच थोड़ी और खींचतान हो सकती है।
इधर बिहार में कमजोर होती स्थिति भांप कांग्रेस नेताओं ने भी पासवान को साधने की कोशिश तेज कर दी। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जेडी सीलम ने पासवान से मुलाकात की है। सीलम पासवान के दलित मोर्चे से भी जुड़े रहे थे। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार अहमद पटेल ने भी फोन पर बात की। हालांकि लोजपा अब भाजपा के ही साथ चुनावी मैदान में उतरना चाहती है।