यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने एस. जयशंकर का किया स्वागत, विदेश मंत्री ने UNSC के साथ विचार किए साझा
भारत के विदेश मंत्री न्यूयार्क में पहुंचे। जहां पर सुयंक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने एस. जयशंकर का स्वागत किया। इस दौरान तिरुमुर्ति ने कहा संयुक्त राष्ट्र न्यूयार्क में हमारे मिशन इंडिया में विदेश मंत्री डा एस जयशंकर का स्वागत करते हुए प्रसन्नता हुई।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारत के विदेश मंत्री न्यूयार्क में पहुंचे। जहां पर सुयंक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने एस. जयशंकर का स्वागत किया। इस दौरान तिरुमुर्ति ने कहा,' संयुक्त राष्ट्र, न्यूयार्क में हमारे मिशन इंडिया में विदेश मंत्री डा.एस जयशंकर का स्वागत करते हुए प्रसन्नता हुई। हमारे सभी अधिकारियों से वह मिले। सभी अधिकारियों को काम को लेकर प्रोत्साहित करने और संयुक्त राष्ट्र में विशेष रूप से यूएनएससी के साथ हमारे जुड़ाव पर अपने विचार साझा करने के लिए धन्यवाद।'
इस बीच भारत UNSCकी बैठकों में आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर रहा है। इससे पहले 27 सितंबर को विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने भी कहा था कि भारत परमाणु-हथियार मुक्त परमाणु हथियारों के पूर्ण उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत ने सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफार्म पर प्रकाश डाला और सदस्य देशों के बीच मजबूत तकनीकी सहयोग का आह्वान किया। बुधवार को इलेक्ट्रानिक्स और सूचना मंत्रालय के सचिव अजय प्रकाश साहनी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 'ओपन साफ्टवेयर टू ओपन सोसाइटी' कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने भारत के सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफार्म पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परिवर्तनकारी डिजिटल प्लेटफार्म ने 1.3 अरब से अधिक नागरिकों के जीवन को लाभांवित किया है।
इलेक्ट्रानिक्स और आईटी मंत्रालय की तरफ से किए गए ट्वीट में बताया गया, 'उच्च स्तरीय संयुक्त राष्ट्र महासभा-76 के कार्यक्रम 'ओपन साफ्टवेयर से ओपन सोसाइटी' में सभा को संबोधित करते हुए, अजय साहनी ने कहा कि भारत के सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफार्म ने 1.3 अरब से अधिक नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाया है। सदस्य देशों के बीच मजबूत तकनीकी सहयोग का आह्वान करते हुए साहनी ने जोर देकर कहा कि सतत विकास के वादों को पूरा करने के लिए प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण और क्षमता निर्माण के माध्यम से सहयोग महत्वपूर्ण है।