शराबबंदी तब तक नहीं, जब तक राजस्व का न मिले विकल्प, उमा भारती ने शुरू किया अभियान
उमा भारती ने यह भी साफ किया कि शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी सोच में कोई अंतर नहीं है। नियम विरद्ध चल रही शराब दुकानों की सूची तैयार करवाई जाएगी। मंदिर स्कूल सार्वजनिक रहवास के आसपास संचालित हो रही शराब दुकानों को बंद करवाया जाएगा।
सीधी, जेएनएन। मध्य प्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर कई ट्वीट कर चुकीं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शुक्रवार को इस मुद्दे पर अपना रख नरम कर दिया। उन्होंने कहा शराब तब तक पूर्णत: बंद नहीं कराई जा सकती जब तक उससे मिलने वाले राजस्व का दूसरा विकल्प नहीं तलाश लिया जाता। अमरकंटक में नर्मदा जन्मोत्सव में शामिल होने के बाद सीधी पहुंचीं उमा भारती ने मीडिया से चर्चा में कहा कि लोग शराब के नुकसान से भली-भांति वाकिफ हों और स्वेच्छा से शराब छोड़े, इसके लिए वे मार्च से लोगों को प्रेरित करने का काम करेंगी। इसके लिए सभी को आगे आना होगा।
उमा भारती ने यह भी साफ किया कि शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी सोच में कोई अंतर नहीं है। नियम विरद्ध चल रही शराब दुकानों की सूची तैयार करवाई जाएगी। मंदिर, स्कूल, सार्वजनिक रहवास के आसपास संचालित हो रही शराब दुकानों को बंद करवाया जाएगा।
पीएम मोदी की शान में पढ़े कसीदे
उमा भारती ने कहा कि मनमोहन सरकार में कहा जाता था कि यह कैसे हो गया, मुझे पता नहीं चला। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान के भेजे गए दूत के रूप में काम कर रहे हैं। वे भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिवराज संयम से सरकार चला रहे हैं। उनमें काफी धैर्य है जबकि मुझमे काफी अधैर्य है। उमा भारती ने कहा कि महंगाई बिलकुल नहीं बढ़ रही है। विपक्ष में ताकत ही नहीं है कि वह हमलावर हो सके।