सभी विश्वविद्यालयों और कालेजों में जुटाए जाएंगे उनकी पढ़ाई के संसाधन, UGC ने दिए निर्देश
अभी कुछ चुनिंदा संस्थानों में ही ऐसे बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी सुविधा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा समय में देश में दृष्टिबाधित या फिर आंशिक रूप से देखने की क्षमता छात्रों की संख्या दो करोड़ से अधिक है।

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। दृष्टिबाधित छात्रों की उच्च शिक्षा की चाह अब आसानी से पूरी हो सकेगी। उन्हें इसके लिए भटकना नहीं होगा। देश भर के सभी विश्वविद्यालयों और कालेजों में अब दृष्टिबाधित बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी सारी सुविधाएं जुटाई जाएंगी। शिक्षा मंत्रालय के निर्देश के बाद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने सभी विश्वविद्यालयों और कालेजों की उनसे जुड़े आवश्यक संसाधनों को जुटाने के लिए कहा है।
छात्र आसानी से पढ़ाई कर सकें
सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और कालेज के प्राचार्यो को लिखे पत्र में यूजीसी ने कहा है कि दृष्टिबाधित छात्रों की दिक्कतों को समझते हुए सभी उच्च शिक्षण संस्थान उनसे जुड़ी सुविधाओं को जुटाने के लिए तेजी से काम करें। साथ ही अपने कैंपस को इस अनुरूप तैयार करें, जिसमें ऐसे छात्र आसानी से पढ़ाई कर सकें। अभी कुछ चुनिंदा संस्थानों में ही ऐसे बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी सुविधा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा समय में देश में दृष्टिबाधित या फिर आंशिक रूप से देखने की क्षमता छात्रों की संख्या दो करोड़ से अधिक है।
बता दें कि शिक्षा मंत्रालय ने भी दृष्टिबाधित बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी विषय वस्तु के भी विकास में तेजी से जुटा हुआ है। किताबों के अलावा उनके लिए पाठ्यक्रम के आडियो भी तैयार कराए जा रहे हैं जिसकी मदद से वह सुनकर ही पढ़ाई कर सकते हैं।
यूजीसी नेट 2021 परीक्षा का आयोजन देश भर में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा तीन चरणों में आयोजित किया गया था। इसके अनुसार, पहला चरण 20 नवंबर 2021 से 5 दिसंबर 2021 तक आयोजित किया गया था। वहीं दूसरा चरण 23 दिसंबर से 27 दिसंबर 2021 तक और तीसरा चरण 4 से 5 जनवरी 2022 तक हुआ था। परीक्षा आनलाइन मोड में आयोजित की गई थी। यूजीसी नेट परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई थी। इसके अनुसार, पहली पाली सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक आयोजित की गई थी।
Edited By Monika Minal