IIT मद्रास में दो महिलाओं ने किया सुसाइड
बुधवार को आइआइटी मद्रास का कैंपस हिल गया जब एक घंटे के भीतर दो महिलाओं के सुसाइड की खबर मिली। सुसाइड करने वालों में एक छात्रा और दूसरी प्रोफेसर की पत्नी है।
चेन्नई। दो महिलाओं के आत्महत्या की खबर ने मद्रास के आइआइटी कॉलेज में दहशत पैदा कर दी। एक घंटे के भीतर हुए इन दोनों आत्महत्या के बीच किसी तरह का संबंध नहीं पाया गया। पहले एक प्रोफेसर की पत्नी के आत्महत्या की खबर आई उसके कुछ देर बाद पता चला कि एक रिसर्च स्कॉलर ने भी फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है।
माहेश्वरी के दोस्त उसे कुछ देर तक ढूंढते रहे, फिर होस्टल के कमरे में गए और वहां उसकी लाश को लटकता पाया। इसके बाद आइआइटी अधिकारियों ने कोट्टापुरम पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने बताया कि वहां कोई सुसाइड नोट नहीं मिला और कारणों का अभी पता नहीं चला है। उसके दोस्तों से पूछताछ पर पता चला कि हॉस्टल में पति पांडयाराजन के न आने के कारण वह दुखी थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, ट्रिकी की रहने वाली विजयलक्ष्मी व सहायक प्रोफेसर गणेशन के दो बच्चे हैं। जांच के बाद पुलिस ने कहा कि सहायक प्रोफेसर की पत्नी आने बड़े बेटे के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित थी। पुलिस के अनुसार वह पहले भी आत्महत्या की कोशिश कर चुकी है।
47 वर्षीय विजयलक्ष्मी तीन बजे के आस-पास अपने क्वॉर्टर में मृत पायीं गयीं। उसके एक घंटे बाद ही 34 साल की पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च स्कॉलर पी.माहेश्वरी साबरमती हॉस्टल के अपने कमरे में लटकती मिलीं। दोनों लाशों को पोस्टमॉर्टम के लिए नजदीकी सरकारी अस्पताल भेज दिया। कोट्टुरपुरम पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 (अप्राकृतिक मौत) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि उनकी मृत्यु के कारणों की जांच की जा रही है।
सुसाइट नोट बरामद, पड़ताल में जुटी पुलिस
इधर स्कॉलर की मृत्यु पर संवेदना व्यक्त करते हुए आईआईटी मद्रास ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा, 'पोस्ट-डॉक्टरल रिसर्च स्कॉलर की मौत से पूरा संस्थान गहरे दुःख में है। स्कॉलर के परिवार को खबर दे दी गयी है। संस्थान इस दुर्भाग्यपूर्ण, असामयिक और भारी क्षति के लिए स्कॉलर के परिवार तथा अन्य करीबी लोगों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करता है। संस्थान आवश्यक कदम उठा रहा है, और जांच में प्रशासन को पूरा सहयोग भी दे रहा है।