त्रिपुरा: 50वें स्थापना दिवस के मौके पर अमित शाह ने लोगों दी शुभकामनाएं, कहा- सीएम बिप्लब ने प्रदेश में सुनिश्चित की ‘शांति और स्थिरता’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि त्रिपुरा में बिप्लब देब सरकार ने ‘शांति और स्थिरता’ सुनिश्चित करने की दिशा में बहुत काम किया है। प्रधानमंत्री के पास त्रिपुरा के लिए अगले 25 वर्षों के लिए दृष्टिकोण है यह विजन एक पुस्तिका मात्र नहीं हैं।
अगरतला, प्रेट्र: एक समय पूर्वोत्तर के राज्य भ्रष्टाचार के लिए जाने जाते थे, लेकिन अब धन को विकास पर खर्च कर रहे हैं। यह बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्त्रवार को कही। त्रिपुरा के 50वें स्थापना दिवस के मौके पर वीडियो कान्फ्रेंस के जरिये यहां एक सभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए पहल करने के बाद दिल्ली से भेजा गया पूरा पैसा अब विकास के लिए खर्च किया जा रहा है।
लोगों की आकांक्षाओं पर पीएम का विजन
शाह ने कहा कि अगले 25 वर्षों में त्रिपुरा के विकास की योजना के लिए एक विजन डाक्यूमेंट 'लक्ष्य त्रिपुरा' तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि सड़कों और रेलवे के माध्यम से राज्य की 'कनेक्टिविटी' के लिए व्यापक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया गया और पड़ोसी देश बांग्लादेश के माध्यम से बेहतर संपर्क के लिए पहल की गई। उन्होंने कहा कि जिस राज्य में पूर्वोत्तर राज्य का प्रवेश द्वार होने की क्षमता है, उसे अब अगरतला-अखौरा रेलवे द्वारा देश के बाकी हिस्सों से जोड़ा जा रहा है। 15 किमी का अगरतला-अखौरा रेल मार्ग बांग्लादेश रेलवे के साथ उत्तर पूर्वी रेल मार्ग से जुडे़गा जिससे इसकी पहुंच कोलकाता तक हो जाएगी।
कम्युनिस्ट पार्टी पर साधा निशाना
एएनआइ के मुताबिक, शाह ने कहा कि बिप्लब देव सरकार त्रिपुरा में शांति और स्थिरता लेकर आई है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार का फायदा और परिणाम लोगों को दिख रहा है। वर्षों से सत्ता में रहे वामपंथी दलों पर हमला करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य को अंधकार में धकेल दिया था, क्योंकि उनकी राजनीति केवल रक्त रंजित थी, लेकिन अब बिप्लब देव सरकार राज्य में शांति और स्थिरता की गवाह है।
पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार बनेगा त्रिपुरा
केंद्र सरकार की महत्वाकंक्षी योजनाओं के बारे में बताते हुए अमित शाह ने कहा कि त्रिपुरा पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार बनने की राह पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में पूर्वोत्तर राज्यों के बीच की दूरी कम कर दी है। यही कारण है कि उन्होंने आठ राज्यों का नाम अष्टलक्ष्मी रखा है। साथ ही उन्होंने कहा कि त्रिपुरा 'आत्मनिर्भर' बनने की राह पर है। यहां के लिए सड़क और रेल यातायात सुनिश्चित करने का काम पाइपलाइन में है।
37हजार शरणार्थियों का पुनर्वास
गृह मंत्री ने बीआरयू शरणार्थियों का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा की देश की भीजेपी सरकार पिछले तीन वर्षों से उनके पुनर्वास के लिए काम कर रही हैं। अमित शाह ने शरणार्थियों को देश की मुख्यधारा में आने का भी आह्वान किया है। साथ ही बताया कि मोदी सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए 37हजार परिवारों को पुनर्वास की काम किया है।