लिवर की बीमारियों के इलाज को सुविधाएं बढ़ाना जरूरी
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश में बढ़ती लिवर की बीमारियों और उससे हो रही लोगों की मौत पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हेपेटाइटिस, शराब के सेवन और मोटापे के चलते लिवर की बीमारियां बढ़ रही हैं।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश में बढ़ती लिवर की बीमारियों और उससे हो रही लोगों की मौत पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हेपेटाइटिस, शराब के सेवन और मोटापे के चलते लिवर की बीमारियां बढ़ रही हैं।
इसे ध्यान में रखते हुए देश में इसके इलाज की सुविधाओं और शोध को बढ़ावा दिया जाना जरूरी है। मुखर्जी दिल्ली सरकार के स्वायत्तशासी अस्पताल यकृत व पित्त विज्ञान संस्थान (आइएलबीएस) के छठे स्थापना दिवस व तीसरे दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
समारोह में भारत रत्न प्रोफेसर सीएनआर राव को डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी गई। मुखर्जी ने कहा कि महज छह साल के अंदर आइएलबीएस लिवर और इससे जुड़े अंगों के इलाज के लिए उत्कृष्ट संस्थान बनकर उभरा है। इसने लिवर, अग्न्याशय आदि से संबंधित बीमारियों से जूझ रहे लाखों लोगों में एक उम्मीद जगाई है। अस्पताल कम खर्च में बेहतर इलाज उपलब्ध करा रहा है। पिछले साल इस अस्पताल में 87,000 मरीजों का इलाज हुआ।
इस अस्पताल में अब तक 283 लोगों का लिवर व 85 लोगों का सफल किडनी प्रत्यारोपण हो चुका है। उन्होंने कहा कि लिवर शरीर का महत्वपूर्ण अंग है, इसलिए इससे संबंधित बीमारियों का बढ़ना चिंता का विषय है। इसकी तुलना में इलाज की सुविधाएं व लोगों में जागरूकता का अभाव है। कैंसर से होने वाली मौत का दूसरा बड़ा कारण लिवर कैंसर है, इसलिए लिवर व गॉल ब्लाडर कैंसर सेंटर विकसित होना चाहिए।
उन्होंने आइएलबीएस का विस्तार किए जाने की बात कही। साथ ही उम्मीद जताई की यह संस्थान लिवर और संबंधित अंगों की बीमारियों के इलाज और ऑपरेशन के लिए प्रोटोकॉल विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। राष्ट्रपति ने कहा कि संस्थान की उत्कृष्टता के चलते ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे लिवर और हेपेटाइटिस के लिए अपना सहयोग केंद्र घोषित किया है।
वहीं कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार आइएलबीएस को दुनिया का सबसे बेहतरीन लिवर अस्तपाल बनाने के लिए हरसंभव मदद करेगी। जरूरत पड़ने पर कानून में बदलाव भी किया जा सकता है।
29 डॉक्टरों को मिली सुपर स्पेशिएलिटी की डिग्री
समारोह के दौरान आइएलबीएस से शिक्षा हासिल करने वाले 29 डॉक्टरों को सुपर स्पेशिएलिटी की डिग्री दी गई। इस दौरान दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, संस्थान के निदेशक डॉ. एसके सरीन सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।