परिवहन मंत्रालय ने NHAI और वाहन कंपनियों से आइटी सुरक्षा पुख्ता करने को कहा, जानिए- Alert के बारे में
साइबर हमला होने के संभावित खतरे को देखते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) समेत संबंधित विभाग को अलर्ट जारी। इस हमले के खतरे के बारे में इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पोंस टीम (सीइआरटी- इन) ने सतर्क किया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भारतीय परिवहन क्षेत्र पर साइबर हमला होने के संभावित खतरे को देखते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ), राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआइडीसीएल) के साथ ही वाहन विनिर्माता कंपनियों को भी सतर्क किया है।
मंत्रालय ने कहा है कि उसे इस तरह के हमले के खतरे के बारे में इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पोंस टीम (सीइआरटी- इन) ने सतर्क किया है।
मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, 'सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भारतीय परिवहन क्षेत्र की ओर लक्षित दुर्भावनापूर्ण इरादे के साथ हस्तक्षेप की आशंका को लेकर सीइआरटी-इन से सतर्क रहने का संदेश प्राप्त हुआ है। मंत्रालय ने इस स्थिति को देखते हुए उसके तहत आने वाले विभागों और संगठनों को उनके सूचना प्रौद्योगिकी ढांचे को मजबूत रखने को कहा है।'
हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने संकेत दिए कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा एक साल के भीतर हटा दिए जाएंगे। लोकसभा में बोलते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि अगले वर्ष से देश के सभी टोल बूथों को जीपीएस-बेस्ड टोल संग्रह में बदल दिया जाएगा।
नितिन गडकरी ने कहा कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि एक वर्ष के भीतर देश सभी टोल बूथों को हटा दिया जाएगा। जिसके बाद टोल GPS के माध्यम से लिया जाएगा। बता दें कि इस नियम के लागू होने पर GPS के जरिए टोल की वसूली होगी। सड़क के एंट्री और एग्जिट पर कैमरे लगाए जाएंगे। यानी जब आप किसी सड़क पर एंट्री करेंगे और वहां निकलेंगे तो दोनों जगह आपकी गाड़ी की तस्वीर कैमरे से रिकॉर्ड कर ली जाएगी। जिसके हिसाब से आपसे टोल लिया जाएगा।